
बिहार के पूर्व पथ निर्माण मंत्री विजय सिन्हा ने दावा किया था कि उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान चलाकर विभाग की कई फाइलें खोली थीं। उनका यह भी आरोप था कि भ्रष्ट अधिकारी फाइलें नष्ट करने के लिए उन्हें जला रहे हैं। सिन्हा ने भागलपुर के अगुवानी घाट पुल हादसे की पूरी जिम्मेदारी एसपी सिंगला कंस्ट्रक्शन कंपनी पर डाली थी।
इसी बीच, शनिवार को जीएसटी इंटेलिजेंस टीम ने एसपी सिंगला कंपनी के मोकामा स्थित ऑफिस और स्टोर पर छापेमारी की। यह छापा चार घंटे (दोपहर 3 बजे से शाम 7 बजे तक) चला, जिसमें कंपनी के दस्तावेजों की गहन जांच की गई। छापेमारी के दौरान कंपनी के अधिकारी और कर्मचारी ताला लगाकर फरार हो गए।
मोकामा में सिक्स लेन ब्रिज और राजेंद्र पुल से जुड़ा मामला
एसपी सिंगला कंपनी मोकामा के हाथीदह में सिक्स लेन ब्रिज निर्माण और राजेंद्र पुल की मरम्मत का कार्य कर रही थी। अगुवानी घाट पुल दो बार ध्वस्त होने के बाद विजय सिन्हा ने कंपनी की फाइलें खुलवाई थीं, जिसके बाद यह छापेमारी हुई।
विजय सिन्हा से बदला मंत्रालय, सियासी चर्चाएं तेज
नीतीश सरकार के हालिया मंत्रिमंडल विस्तार में विजय सिन्हा से पथ निर्माण विभाग छीनकर उन्हें कृषि मंत्रालय दे दिया गया। इसे लेकर राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज हो गई कि भ्रष्टाचार के खिलाफ उठाए गए कदमों के चलते उनका विभाग बदला गया।
एसपी सिंगला कंपनी को डिबार करने का आदेश
विजय सिन्हा ने कहा कि अगुवानी घाट पुल गिरने के लिए एसपी सिंगला कंपनी दोषी पाई गई है, इसलिए इसे डिबार करने का आदेश दिया गया है। साथ ही, संबंधित इंजीनियरों पर भी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। अब गंगा पुल निर्माण के लिए नई एजेंसी का चयन किया जाएगा और इसके लिए एक कमेटी बनाई जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि जब तक एसपी सिंगला कंपनी अगुवानी घाट पुल का निर्माण पूरा नहीं करती, तब तक वह किसी भी नए प्रोजेक्ट के टेंडर में हिस्सा नहीं ले सकती।

VIKAS TRIPATHI
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