Monday, November 3, 2025
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ट्रंप के नरम तेवर के बाद ताप कम — भारत-यूएस रिश्तों पर सकारात्मक रुख, मोदी ने सराहना तो कांग्रेस ने दी तीखी प्रतिक्रिया।

नई दिल्ली — अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भारत के प्रति रुख में नरमी देखी जा रही है। शनिवार को ट्रंप ने कहा कि भारत के साथ रिश्ते उनके लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनके हमेशा दोस्त रहेंगे — इसमें कोई संशय की बात नहीं है। ट्रंप के इस बयान के तुरंत बाद प्रधानमंत्री मोदी ने भी प्रतिक्रिया देते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति की भावनाओं की सराहना की और दोनों देशों के बीच व्यापक, सकारात्मक व दूरदर्शी रणनीतिक साझेदारी पर भरोसा जताया।

ट्रंप के हालिया रुख की पृष्ठभूमि
कुछ समय पहले ट्रंप ने एक अन्य बयान में कहा था कि “ऐसा लगता है हमने भारत और रूस को चीन के हाथों खो दिया है।” उन्होंने यह भी आलोचना की कि भारत रूस से तेल आयात कर रहा है — जिसके चलते, ट्रंप ने कहा, भारत पर 50 प्रतिशत तक का टैरिफ लगाया गया है। व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बातचीत के दौरान ट्रंप ने भारत-रूस के व्यापारिक लेनदेन पर अपनी नाराजगी व्यक्त की और इसे अमेरिका के रुझानों के खिलाफ बताया।

राजनीतिक प्रतिक्रिया और देश की प्रतिक्रिया
कांग्रेस ने ट्रंप के पुराने बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी। कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि ट्रंप और काउंसलर पीटर नावारो जैसे लोगों के बयान सिर्फ़ टैरिफ तक सीमित नहीं हैं, बल्कि वे हमारे आत्मसम्मान से जुड़े सवाल भी उठाते हैं। तिवारी ने देश के साहस और आत्मनिर्भরता का जिक्र करते हुए कहा कि “भारत कभी घुटने नहीं टेकता।”

संदर्भ और महत्व
ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक साझा तस्वीर भी सोशल मीडिया पर पोस्ट की थी — इसे एससीओ सम्मेलन से जोड़कर दर्शाया गया, जहां भारत भी भाग लेकर क्षेत्रीय मंचों पर अपनी मौजूदगी दर्ज कराता रहा है। भारत और चीन ने सम्मेलन में सम्बन्ध सुधारने व व्यापारिक साझेदारी मजबूत करने की पहल का संकेत दिया। दूसरी ओर, अमेरिका के साथ भी कूटनीतिक और आर्थिक रिश्तों को कायम रखने के लिए दोनों पक्षों की इच्छा जानी जा रही है।

विशेष टिप्पणी
ट्रंप के नरम तेवर और मोदी की सकारात्मक प्रतिक्रिया से स्पष्ट है कि जटिल वैश्विक परिदृश्य के बावजूद भारत-यूएस रिश्तों में सामंजस्य बनाए रखने का प्रयास जारी है। इन बयानों का असर न केवल कूटनीतिक बहसों पर होगा, बल्कि व्यापार और ऊर्जा नीतियों पर भी दीर्घकालिक प्रभाव पड़ सकता है।

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VIKAS TRIPATHI
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VIKAS TRIPATHI भारत देश की सभी छोटी और बड़ी खबरों को सामने दिखाने के लिए "पर्दाफास न्यूज" चैनल को लेके आए हैं। जिसके लोगो के बीच में करप्शन को कम कर सके। हम देश में समान व्यवहार के साथ काम करेंगे। देश की प्रगति को बढ़ाएंगे।
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