गाज़ीपुर, — ददरी घाट स्थित श्री चित्रगुप्त मंदिर में सोमवार को भक्ति और संस्कृति का अनोखा संगम देखने को मिला। श्री चित्रगुप्त वंशीय सभा, ददरी घाट, गाज़ीपुर द्वारा आयोजित वार्षिक सार्वजनिक पूजनोत्सव एवं सांस्कृतिक संध्या बड़े ही उत्साह और श्रद्धा के साथ संपन्न हुई।फूल-मालाओं और रंगीन झालरों से सजे मंदिर में दोपहर बाद से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। मुख्य पूजन कार्यक्रम का शुभारंभ अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के प्रदेश अध्यक्ष इंद्रसेन श्रीवास्तव और डॉ. अंजना श्रीवास्तव (डायरेक्टर, सहकारिता, उत्तर प्रदेश) ने वेद मंत्रोच्चार के बीच संयुक्त रूप से किया। गायत्री परिवार के क्षितिज श्रीवास्तव द्वारा सम्पन्न महाआरती ने पूरे वातावरण को भक्तिमय बना दिया।सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश रूपेश रंजन ने माँ सरस्वती और भगवान श्री चित्रगुप्त जी के चित्र पर दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम में कानपुर के प्रसिद्ध गायक प्रतीक श्रीवास्तव ने “ओ भोले” गीत प्रस्तुत कर दर्शकों को भावविभोर कर दिया। धूम जागरण ग्रुप की “काली द्वारा महिषासुर वध” नृत्य-नाटिका और गणेशा डांस एकेडमी के कलाकारों की प्रस्तुतियों को खूब सराहना मिली। अंशिका श्रीवास्तव और सृष्टि श्रीवास्तव के नृत्य ने भी दर्शकों का दिल जीत लिया।मुख्य अतिथि रूपेश रंजन ने सभी कलाकारों को अंगवस्त्र और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर संस्था के अध्यक्ष आनंद शंकर श्रीवास्तव, मंत्री अजय कुमार श्रीवास्तव (एडवोकेट) तथा संदीप अग्रवाल ने मुख्य अतिथि और उनकी धर्मपत्नी रंजना श्रीवास्तव का स्वागत किया।कार्यक्रम में सहयोग देने वालों में नीरज श्रीवास्तव, रामयश यादव, गोपाल जी श्रीवास्तव, सुधाकर राय, राजेंद्र नाथ श्रीवास्तव, वरिष्ठ पत्रकार अविनाश प्रधान सहित अनेक गणमान्य जन शामिल रहे। कार्यक्रम का संचालन राकेश शर्मा ने किया तथा आभार प्रदर्शन मंत्री अजय कुमार श्रीवास्तव (एडवोकेट) ने किया।














