
दिनभर फोन पर बातें करना और अकाउंट नंबर उपलब्ध कराना… 21 साल के सुफियान इस्माइल शेख का यही काम था। उसकी जिंदगी बहुत आराम से कट रही थी, और वह लग्जरी लाइफ जी रहा था। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उसने एक महीने में साढ़े चार करोड़ रुपये की कमाई की थी। नागौर पुलिस ने जब सुफियान का पीछा किया तो वे मुंबई तक पहुंच गए। जब आरोपी ने काली कमाई का तरीका बताया तो अधिकारियों के होश उड़ गए। आइए जानते हैं पूरा मामला…
नागौर. साइबर फ्रॉड अपराधियों के खिलाफ नागौर पुलिस की लगातार कार्रवाई जारी है। दो दिन पहले दिल्ली और उत्तर प्रदेश से आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। अब कोतवाली पुलिस ने साइबर ठगी केस के मुख्य आरोपी सुफियान इस्माइल शेख को मुंबई से धर दबोचा है। आरोपी शेयर मार्केट में अधिक मुनाफा दिलाने का झांसा देकर अलग-अलग फर्मों के खातों में रुपये जमा करवाता था। उसने 87 लाख 3 हजार की ठगी को अंजाम दिया था।
पुलिस ने इस पूरे मामले में अब तक कुल 150 से अधिक बैंक खाते फ्रीज करवाए हैं। सुफियान के अंतरराज्यीय साइबर ठगी की गैंग से संबंध थे। उसने पूरे भारत में 72 स्थानों पर ठगी की वारदातों को अंजाम दिया। सबसे हैरानी की बात यह है कि एक महीने में उसने कुल 4 करोड़ 45 लाख रुपये की ठगी की। पूरी राशि को दूसरे खातों में ट्रांसफर कर लिया गया था। सुफियान ने कई करंट अकाउंट खुलवाए थे और साइबर अपराधियों को अकाउंट उपलब्ध करवाता था।
नागौर एएसपी सुमित कुमार ने साइबर अपराधियों को पकड़ने के लिए एक टीम का गठन किया था। कोतवाली थानाधिकारी मनीष देव के नेतृत्व में गठित टीम मुंबई पहुंची और मुख्य आरोपी सुफियान इस्माइल शेख को गिरफ्तार किया। टीम में हेड कांस्टेबल प्रेमाराम, प्रेमराज, पारस और राकेश सांगवा भी शामिल थे। टीम ने 87 लाख रुपये की साइबर ठगी के मामले में इस पूरी कार्रवाई को अंजाम दिया और कड़ियों को जोड़ते हुए मुंबई तक पहुंची।
दरअसल, कोतवाली थाने में मुनव्वर पुत्र मोहम्मद सुलेमान तैली ने पिछले दिनों एक रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रिपोर्ट में उसने बताया कि कुछ लोगों ने जी 1 – एसएसजीए एक्सचेंज एंड स्टडी क्लब के नाम से एक ग्रुप बना रखा है। उस ग्रुप के व्यक्तियों ने अलग-अलग अकाउंट नंबरों में कुल राशि 87.03 लाख रुपये जमा करवाकर उसके साथ ठगी की है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की तो हैरान करने वाली जानकारी सामने आई।