
इस बार संसद में एक नया रिकॉर्ड बनने जा रहा है, जिसमें पति-पत्नी की जोड़ी एक साथ एक ही सदन का हिस्सा बनेगी। इससे पहले बिहार के सांसद पप्पू यादव और उनकी पत्नी रंजीता रंजन यह कारनामा कर चुके हैं, जब दोनों चुनाव जीतकर संसद में पहुंचे थे।
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में भाजपा को सबसे बड़ा नुकसान यूपी से हुआ है। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (सपा) ने कांग्रेस के साथ मिलकर पिछले चुनाव की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया है। सपा के कई सांसदों ने रिकॉर्ड जीत दर्ज की है।

अखिलेश और डिंपल रचेंगे इतिहास
इस जीत में सबसे ज्यादा चर्चा सपा प्रमुख अखिलेश यादव और उनकी पत्नी डिंपल यादव की हो रही है। अखिलेश और डिंपल उत्तर प्रदेश के पहले ऐसे जोड़े होंगे जो एक साथ संसद में पहुंचेंगे और इतिहास रचेंगे। पहले 17वीं लोकसभा के सदस्य तो थे, लेकिन दोनों अलग-अलग समय पर संसद पहुंचे थे।
2019 का चुनाव भी दोनों ने लड़ा था। अखिलेश आजमगढ़ से जीत गए थे, लेकिन डिंपल को कन्नौज से भाजपा के सुब्रत पाठक से हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद, मुलायम सिंह के निधन के बाद, डिंपल मैनपुरी के उपचुनाव में जीतीं। लेकिन इससे पहले ही अखिलेश लोकसभा से इस्तीफा देकर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बन गए थे।
अखिलेश के तीन भाई भी संसद में दिखेंगे
इस बार अखिलेश के तीन चचेरे भाई भी संसद में नजर आएंगे। सैफई घराने के पांच नेता सांसद बने हैं: कन्नौज से अखिलेश, मैनपुरी से डिंपल, आजमगढ़ से धर्मेंद्र यादव, फिरोजाबाद से अक्षय प्रताप और बदायूं से आदित्य यादव।

पप्पू यादव भी कर चुके हैं यह कारनामा
इससे पहले बिहार के सांसद पप्पू यादव और उनकी पत्नी रंजीता रंजन एक साथ चुनाव जीतकर संसद में जाने वाले पहले कपल थे। रंजीता और पप्पू यादव 2004 और 2014 में एक साथ चुनाव जीतकर संसद पहुंचे थे और यह अनोखा रिकॉर्ड अपने नाम किया था।
इस बार पप्पू यादव निर्दलीय के तौर पर लोकसभा चुनाव जीते हैं और रंजीता कांग्रेस पार्टी से राज्यसभा सांसद हैं। दोनों तीसरी बार संसद में एक साथ जाएंगे, लेकिन अलग-अलग सदनों में। इसी तरह, धर्मेंद्र और हेमा मालिनी भी एक साथ संसद पहुंचे थे, लेकिन दोनों अलग-अलग सदनों में थे।