तमिलगा वेट्री कज़गम (TVK) के अध्यक्ष और अभिनेता-से-राजनीतिज्ञ बने थलपति विजय ने बुधवार को मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि स्टालिन ने तमिलनाडु विधानसभा में उनके और उनकी पार्टी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां कीं और नफरत की राजनीति में लिप्त हैं। विजय ने दावा किया कि 2026 के विधानसभा चुनावों में राज्य में सीधा मुकाबला सिर्फ़ TVK और DMK के बीच होगा और “जीत 100% हमारी होगी।”
“तमिलनाडु नफरत और निराधार बदनामी के दौर से गुजर रहा है”
महाबलीपुरम में एक विशेष आम समिति की बैठक को संबोधित करते हुए विजय ने कहा कि आज राज्य गहरी पीड़ा और दुःख के माहौल में जी रहा है। उन्होंने बताया कि उनकी पार्टी ने हाल के दिनों में “जनता के दुःख में साझेदारी” दिखाने के लिए मौन साधने का फैसला किया था, लेकिन इस दौरान “राजनीतिक नफरत और झूठ के जाल” फैलाए गए।
उन्होंने कहा, “हम कानून की शक्ति और सच्चाई की ताकत से इन सभी झूठों को मिटा देंगे।”
“विधानसभा में हमारे खिलाफ जहर उगला गया”
मुख्यमंत्री पर सीधा हमला करते हुए विजय बोले, “जो सीएम बार-बार कहते हैं कि उन्हें राजनीति में दिलचस्पी नहीं है, वही विधानसभा में हमारे खिलाफ अपमानजनक बातें करते हैं। जो दूसरों को उदारता का पाठ पढ़ाते हैं, उनके भाषणों में जहर और द्वेष झलकता है। तमिलनाडु के लोग यह समझने में असमर्थ नहीं हैं कि यह कैसी राजनीति है।”
“हमारे अभियान पर अनोखी पाबंदियां लगाईं गईं”
विजय ने सरकार पर अपने राजनीतिक अभियानों में बाधाएं डालने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “हमें बसों में बैठने, लोगों को हाथ हिलाने या बस की छत पर खड़े होने तक की मनाही की गई। ऐसी पाबंदियां किसी और नेता को कभी नहीं झेलनी पड़ीं।”
करूर की घटना और सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी का ज़िक्र
TVK अध्यक्ष ने करूर की घटना का हवाला देते हुए कहा कि सरकार ने एक सदस्यीय जांच आयोग गठित किया, लेकिन उसके ठीक बाद वरिष्ठ अफसर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आयोग की प्रक्रिया को कमजोर करने लगे।
उन्होंने कहा, “सुप्रीम कोर्ट ने खुद कहा है कि पुलिस अधिकारियों के मीडिया बयानों से जांच पर जनता का भरोसा डगमगा सकता है। निष्पक्ष और पारदर्शी जांच ही विश्वास बहाल कर सकती है।”
“सत्ता के नशे में हैं मुख्यमंत्री”
विजय ने सीएम स्टालिन पर “सत्ता के नशे में चूर” होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने “मानवता, नैतिकता और गरिमा को ताक पर रखकर सिर्फ़ राजनीतिक खेल खेलना शुरू कर दिया है।”
विजय ने कहा, “जनता का भरोसा अब तमिलनाडु सरकार से उठ गया है। 2026 में लोग उन्हें उचित जवाब देंगे।”
“2026 में हमारी जीत तय है”
विजय ने विश्वास जताया कि तमिलनाडु की जनता, प्रकृति और ईश्वर उनके साथ हैं। उन्होंने कहा, “हम जनता के बीच रहेंगे, उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलेंगे। हमारे सामने आने वाली हर बाधा अस्थायी है। 2026 में जीत निश्चित रूप से हमारी होगी। हम इतिहास रचेंगे।”














