
Maharashtra News: महाराष्ट्र में महायुति की सरकार बनने के बाद से गठबंधन में उथल-पुथल लगातार जारी है। चुनावी नतीजों के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर पहले लंबा सस्पेंस बना रहा, फिर एकनाथ शिंदे की नाराजगी की खबरें आईं, और अब कैबिनेट विस्तार के बाद मंत्रियों के विभागों के बंटवारे के साथ पालक मंत्री पद को लेकर तीनों दलों में तकरार शुरू हो गई है।
महायुति के तीन प्रमुख दल – बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी ने चुनाव में बड़ी सफलता हासिल की, लेकिन कैबिनेट विस्तार में 16 दिन का वक्त लग गया। इस विस्तार में तीनों दलों के प्रमुखों को बहुत सावधानी से कदम उठाने पड़े। हालांकि, अब पालक मंत्री पद को लेकर इन दलों के बीच एक बार फिर विवाद उभरकर सामने आया है, जिससे कुछ जिलों में संघर्ष तेज होने की आशंका है।
पालक मंत्री पद को लेकर विवाद
अब पालक मंत्री पद को लेकर शिवसेना, बीजेपी और एनसीपी के बीच खींचतान बढ़ गई है। सभी दलों का उद्देश्य महाराष्ट्र में अपनी पकड़ बनाना है, और इसके लिए हर विभाग और जिले में बड़े नेताओं को मंत्री बनाया गया है। इस वजह से सभी दलों को पालक मंत्री पद चाहिए।
इन जिलों में जारी है विवाद
- मुंबई शहर और मुंबई उपनगर
- कोंकण – सिंधुदुर्ग, रत्नागिरी और रायगड
- मराठवाडा – संभाजीनगर, बीड
- उत्तर महाराष्ट्र – नाशिक
- ठाणे शहर और नवी मुंबई
- कोल्हापुर
किस जिले में किस दलों के बीच तकरार?
- रायगड़ में एनसीपी और शिवसेना के बीच पालक मंत्री पद को लेकर विवाद
- गड़चिरोली जिले में बीजेपी और शिवसेना के बीच संघर्ष
- संभाजीनगर में बीजेपी और शिवसेना के बीच खींचतान
- बीड में पंकजा और धनंजय मुंडे के मंत्री बनने के बावजूद बीजेपी और एनसीपी के बीच पालक मंत्री पद को लेकर रस्साकशी
राज्य की जनता ने महायुति सरकार को बहुमत दिया है, लेकिन अब सरकार नाराज नेताओं को शांत करने में व्यस्त है, जबकि विपक्ष इस पर नजर बनाए हुए है।