पश्चिम बंगाल के आसनसोल में एक काली पूजा पंडाल के उद्घाटन कार्यक्रम में पहुंचे बीजेपी नेता और विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने तृणमूल कांग्रेस के सांसद युसूफ पठान पर जमकर निशाना साधा।सुवेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि युसूफ पठान ने हाल ही में मालदा की अदिना मस्जिद को लेकर सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट कर हिंदू समुदाय की भावनाओं को भड़काने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि पठान “एक फेल्ड पार्लियामेंट मेंबर हैं” जो बंगाल की संस्कृति और भाषा तक नहीं जानते।
“पठान ने कॉम्यूनल कार्ड खेलकर जीती सीट” — सुवेंदु अधिकारी
बीजेपी नेता ने कहा, “युसूफ पठान ने लोकसभा चुनाव में कॉम्यूनल कार्ड खेलकर जीत हासिल की। उन्हें बंगाल की ज़मीन, संस्कृति और यहां की जनता के बारे में कोई जानकारी नहीं है। उनका यह पोस्ट राज्य में शांति के माहौल के लिए खतरनाक है। इस पर न सिर्फ पुलिस बल्कि कानूनी स्तर पर भी कार्रवाई की जाएगी।”सुवेंदु ने चेतावनी भरे लहजे में कहा, “युसूफ पठान कान खोलकर सुन लें — बंगाल के हिंदू कमजोर नहीं हैं। उन्होंने यह पोस्ट अपने घटते जनाधार को बचाने के लिए किया है, क्योंकि उनका मुस्लिम वोटबैंक अब आईएसएफ और एआईएमआईएम की ओर जा रहा है।”
क्या है पूरा मामला?
कुछ दिन पहले तृणमूल सांसद युसूफ पठान ने मालदा जिले के अदिना मस्जिद का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने सोशल मीडिया पर मस्जिद की तस्वीरें साझा करते हुए लिखा था —
“अदिना मस्जिद एक ऐतिहासिक धरोहर है, जिसका निर्माण 14वीं सदी में सुल्तान सिकंदर शाह ने किया था। यह भारतीय उपमहाद्वीप की उस समय की सबसे बड़ी मस्जिद थी, जो बंगाल की स्थापत्य कला की भव्यता को दर्शाती है।”
उनके इस पोस्ट के बाद सोशल मीडिया पर बड़ा विवाद खड़ा हो गया। कई यूज़र्स ने मस्जिद को ‘आदिनाथ मंदिर’ बताते हुए दावा किया कि यह प्राचीन हिंदू मंदिर को तोड़कर बनाया गया था। इस मुद्दे पर ऑनलाइन बहस तेज हो गई है और युसूफ पठान को सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल किया जा रहा है।
राजनीतिक घमासान तेज
अदिना मस्जिद विवाद ने बंगाल की राजनीति में नया सियासी ताप पैदा कर दिया है। जहां बीजेपी नेता इसे “धार्मिक उकसावे की राजनीति” बता रहे हैं, वहीं तृणमूल कांग्रेस का कहना है कि विपक्ष जानबूझकर साम्प्रदायिक माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहा है।














