
गाजीपुर। उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग के सामने शिक्षक भर्ती की मांग को लेकर चल रहा धरना प्रदर्शन सोमवार को छठे दिन भी जारी रहा। इस आंदोलन में प्रदेश के विभिन्न जनपदों से छात्र-छात्राएं शामिल हो रहे हैं। प्रदर्शन के दौरान एक छात्रा ने ‘दो जून की रोटी’ लिखी हुई रोटी लेकर अपना विरोध जताया, जो आंदोलन का प्रतीक बन गया।
आंदोलन का नेतृत्व कर रहे रजत सिंह ने कहा कि बीते सात वर्षों से शिक्षक भर्ती की मांग की जा रही है, लेकिन सरकार केवल झूठे आश्वासन दे रही है। हजारों छात्र-छात्राओं का भविष्य अधर में है, पर हम हार मानने वाले नहीं हैं। जब तक शिक्षक भर्ती का विज्ञापन जारी नहीं होता, हम गांधीवादी तरीके से धरना जारी रखेंगे।
आंदोलन को समर्थन देने पहुंचे भाजपा के वरिष्ठ नेता यशवीर सिंह ने कहा कि जब बिहार में तीन लाख शिक्षकों की भर्ती हो सकती है, तो उत्तर प्रदेश में क्यों नहीं? वहीं समाजसेवी अजीत यादव ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह वही सरकार है जिसके कारण किसानों को भी तीन साल तक आंदोलन करना पड़ा था।
उन्होंने कहा कि आज किसान बिजली-पानी के लिए परेशान हैं, युवा रोजगार के लिए भटक रहे हैं, और महिलाओं पर अत्याचार बढ़ते जा रहे हैं, जबकि सरकार चुनावी भाषणों में व्यस्त है। छात्रों का यह संघर्ष निश्चित रूप से रंग लाएगा।
