गाजीपुर, उत्तर प्रदेश – भाजपा कार्यकर्ता सियाराम उपाध्याय की मौत के बाद न्याय की मांग को लेकर प्रस्तावित जिलाधिकारी कार्यालय घेराव कार्यक्रम से ठीक पहले गाजीपुर में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई। मंगलवार सुबह यूथ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एवं पूर्व छात्रसंघ महामंत्री सुधांशु तिवारी को पुलिस ने उनके आवास पर नज़रबंद कर लिया। तिवारी सुबह 10 बजे सरयू पांडेय पार्क से शुरू होने वाले विरोध प्रदर्शन में शामिल होने वाले थे।तिवारी ने इस कार्रवाई को तानाशाही करार देते हुए कहा कि सरकार पुलिस बल के जरिए नागरिकों के मौलिक अधिकारों का हनन कर रही है। उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण विरोध करना हर नागरिक का संवैधानिक अधिकार है, लेकिन मौजूदा सरकार विपक्ष की आवाज़ को दबाने का काम कर रही है।ज्ञात हो कि यह विरोध प्रदर्शन हाल ही में पुलिस लाठीचार्ज में दिवंगत हुए छात्र नेता सियाराम उपाध्याय को श्रद्धांजलि देने और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग को लेकर आयोजित किया गया था। साथ ही दिवंगत के परिवार को आर्थिक सहायता और भाई को नौकरी देने की भी मांग की जानी थी।सुधांशु तिवारी के नज़रबंद होने से छात्रनेताओं और विपक्षी दलों में रोष फैल गया है। विपक्ष ने आरोप लगाया कि सरकार विरोध की आवाज़ से डर रही है और लोकतंत्र का गला घोंट रही है। इस घटना के बाद जिले में राजनीतिक तनाव और बढ़ गया है तथा मामला कानूनी और राजनीतिक दोनों स्तरों पर चर्चा का विषय बन गया है।














