गाज़ीपुर। मुख्य चिकित्साधिकारी ने जानकारी दी कि अंतर्राष्ट्रीय सर्पदंश जागरूकता दिवस 2025 के अवसर पर जिले में सर्पदंश पखवाड़ा 19 से 28 सितम्बर तक मनाया जाएगा। इस दौरान जनपदवासियों को सांप के काटने से बचाव और उपचार संबंधी सही जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी, ताकि अनावश्यक भय और गलत उपचार से होने वाले नुकसान से बचा जा सके।सीएमओ ने बताया कि यदि किसी व्यक्ति को सर्पदंश हो जाए तो सबसे पहले उसे आश्वस्त करें और शांत रखें। धीरे-धीरे साँप से दूर हो जाएं, घाव वाले अंग को स्थिर रखें और अंग पर पहने आभूषण, अंगूठी, घड़ी, जूते या तंग कपड़े हटा दें। पीड़ित को स्ट्रेचर पर बाईं करवट लिटाएं और तुरंत नज़दीकी अस्पताल ले जाएं।वहीं, क्या न करें के बारे में कहा गया कि घबराहट या अत्यधिक दबाव न डालें, साँप पर हमला करने की कोशिश न करें, घाव को न काटें और न ही विषरोधी दवा सीधे घाव पर लगाएँ। घाव को कसकर न बांधें और पीड़ित को पीठ के बल न लिटाएं। पारंपरिक तरीकों से उपचार करने से बचें।सावधानियों पर जोर देते हुए बताया गया कि अंधेरे में बिना टॉर्च न जाएं, खेतों और बगीचों में नंगे पांव न घूमें, सुरक्षित शौचालय का उपयोग करें, मच्छरदानी के बिना जमीन पर न सोएं और तालाब या नदियों में नहाते समय सतर्क रहें।इस पखवाड़े में स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं का प्रशिक्षण, सामुदायिक जागरूकता, हितधारक बैठकें, गोष्ठियां, चर्चाएं और वाद-विवाद जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, ताकि जनपदवासी सर्पदंश से बचाव और उपचार के प्रति जागरूक हो सकें।














