केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर इन दिनों लगातार सुर्खियों में हैं। पार्टी आलाकमान की बैठकों से उनकी दूरी और बीजेपी के प्रति नरम रुख को लेकर राजनीतिक गलियारों में कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। इसी बीच स्थानीय निकाय चुनावों के नतीजों पर शशि थरूर का बयान एक बार फिर चर्चा में आ गया है।
थरूर ने केरल में स्थानीय निकाय चुनावों में कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) की शानदार जीत की खुले दिल से सराहना की। इसके साथ ही उन्होंने अपने ही संसदीय क्षेत्र तिरुवनंतपुरम में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के ऐतिहासिक प्रदर्शन को भी बधाई दी और इसे लोकतंत्र की सच्ची खूबसूरती करार दिया। खास बात यह है कि तिरुवनंतपुरम नगर निगम में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा, जबकि बीजेपी ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की।
जनता के फैसले का सम्मान जरूरी: थरूर
शशि थरूर ने सोशल मीडिया पर साझा एक पोस्ट में कहा,
“केरल के स्थानीय निकाय चुनावों के नतीजे वाकई चौंकाने वाले हैं। जनादेश बिल्कुल स्पष्ट है और इससे राज्य की जीवंत लोकतांत्रिक भावना झलकती है। जनता के फैसले का सम्मान किया जाना चाहिए, चाहे वह यूडीएफ के पक्ष में हो या मेरे निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा के पक्ष में।”
यूडीएफ को शानदार जीत पर बधाई
यूडीएफ की सफलता पर थरूर ने कहा,
“स्थानीय निकाय चुनावों में शानदार जीत के लिए यूडीएफ को हार्दिक बधाई। यह राज्य विधानसभा चुनावों से पहले एक मजबूत संकेत है। कड़ी मेहनत, प्रभावी संदेश और सत्ता विरोधी माहौल का स्पष्ट रूप से लाभ मिला है, जिसके चलते 2020 के मुकाबले कहीं बेहतर परिणाम सामने आए हैं।”
What a day of amazing results in the Kerala local self-government elections! The mandate is clear, and the democratic spirit of the state shines through.
A huge congratulations to @UDFKerala for a truly impressive win across various local bodies! This is a massive endorsement…
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) December 13, 2025
तिरुवनंतपुरम में बीजेपी के प्रदर्शन को बताया ऐतिहासिक
तिरुवनंतपुरम नगर निगम में बीजेपी के प्रदर्शन पर टिप्पणी करते हुए कांग्रेस सांसद ने कहा कि यह राजधानी के राजनीतिक परिदृश्य में एक बड़ा बदलाव दर्शाता है।
उन्होंने लिखा,
“तिरुवनंतपुरम में बीजेपी का प्रदर्शन मजबूत और उल्लेखनीय है। यह शहर की राजनीति में एक अहम बदलाव का संकेत देता है।”
थरूर ने यह भी कहा कि उन्होंने 45 वर्षों के वामपंथी ‘कुशासन’ के खिलाफ बदलाव के लिए अभियान चलाया था, लेकिन मतदाताओं ने अंततः एक अन्य पार्टी को समर्थन देकर शासन में स्पष्ट परिवर्तन की मांग की।
‘यही लोकतंत्र की असली खूबसूरती है’
उन्होंने आगे कहा,
“यही तो लोकतंत्र की खूबसूरती है। जनता जो फैसला करती है, उसका सम्मान किया जाना चाहिए। हम केरल की बेहतरी के लिए काम करते रहेंगे, जनता से जुड़े मुद्दे उठाएंगे और सुशासन के सिद्धांतों को मजबूती से आगे बढ़ाएंगे।”
तिरुवनंतपुरम नगर निगम में 45 साल के वामपंथी शासन का अंत
तिरुवनंतपुरम नगर निगम चुनाव में बीजेपी नीत एनडीए ने ऐतिहासिक जीत दर्ज करते हुए माकपा के नेतृत्व वाले एलडीएफ को सत्ता से बाहर कर दिया। इसके साथ ही निगम में 45 वर्षों से चला आ रहा वामपंथी शासन समाप्त हो गया।
101 वार्डों वाले नगर निगम में बीजेपी ने 50 वार्डों में जीत हासिल की, जबकि एलडीएफ को 29, यूडीएफ को 19 और दो सीटें निर्दलीयों के खाते में गईं।
इसके अलावा, एनडीए ने कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ से कड़ी टक्कर के बाद पलक्कड़ नगरपालिका को अपने पास बनाए रखा, जबकि त्रिप्पुनिथुरा नगरपालिका में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा।














