
महाराष्ट्र के नागपुर में हाल ही में हुई हिंसा के बाद राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। इस घटना को लेकर कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने उद्धव ठाकरे गुट और डिप्टी सीएम अजित पवार पर तीखा हमला बोला है। संजय निरुपम ने अजित पवार के बयान को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए उसमें सुधार की मांग की है, वहीं उन्होंने मुस्लिम समुदाय का समर्थन करते हुए दंगा भड़काने वालों की कड़ी निंदा की।
संजय निरुपम ने अजित पवार के बयान पर क्या कहा?
संजय निरुपम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा,
“अजित पवार ने जो बयान दिया है, उसमें सुधार की आवश्यकता है। जो मुसलमान देशभक्त हैं और मुजाहिदीन नहीं हैं, उनके साथ हम मजबूती से खड़े हैं। लेकिन अगर कोई मुसलमान दंगे भड़काने में शामिल होता है, तो उसके खिलाफ कड़ा रुख अपनाया जाएगा। अजित पवार हमें रोक भी नहीं पाएंगे।”
उन्होंने यह भी कहा कि नागपुर हिंसा में शामिल सभी उपद्रवी मोमिनपुरा के मुसलमान थे और इस मामले में फहीम खान व उसका मेंटॉर मुख्य आरोपी हैं। आरोप है कि वे सोशल मीडिया के जरिए मुजाहिदीन बनाने के लिए फंड इकट्ठा कर रहे थे।
शिवसेना (UBT) पर तीखा हमला
संजय निरुपम ने शिवसेना (उद्धव गुट) पर निशाना साधते हुए कहा कि उद्धव गुट को अब तैमूर की ज्यादा चिंता है। उन्होंने कहा,
“जब करीना कपूर और सैफ अली खान प्रधानमंत्री से मिलने गए थे, तो इन लोगों को तैमूर की ही चिंता सता रही थी। मुझे नहीं पता कि यह जानकारी खुद तैमूर ने दी या करीना ने, लेकिन अब लगता है कि संजय राउत और उद्धव ठाकरे गुट को राज्य के तैमूर की अधिक चिंता हो रही है।”
आडवाणी पर टिप्पणी को लेकर संजय राउत पर पलटवार
हाल ही में संजय राउत ने लालकृष्ण आडवाणी की तुलना कैद में रखे गए शाहजहां से की थी। इस पर संजय निरुपम ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा,
“लालकृष्ण आडवाणी भारतीय राजनीति के सबसे वरिष्ठ और सम्मानित नेता हैं। उन्हें बीजेपी और हिंदू संगठनों का पूरा सम्मान प्राप्त है। हर साल उनके जन्मदिन पर प्रधानमंत्री सहित तमाम वरिष्ठ नेता उन्हें शुभकामनाएं देते हैं। वे किसी कैद में नहीं हैं। केंद्र सरकार उनका पूरी तरह ख्याल रखती है और देशभर में उनके प्रति श्रद्धा है।”
नागपुर हिंसा: राजनीतिक तापमान चढ़ा
नागपुर हिंसा की जड़ें औरंगजेब की कब्र को लेकर मानी जा रही हैं, जिसके बाद हिंदू और मुस्लिम समुदायों के बीच तनाव बढ़ गया। इस हिंसा ने राजनीतिक दलों को एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने का मौका दे दिया है।
संजय निरुपम की ओर से उद्धव ठाकरे गुट और अजित पवार के खिलाफ किए गए ये बयान आगामी दिनों में महाराष्ट्र की राजनीति को और गरमाने की आशंका जता रहे हैं।