
Sambhal Banke Bihari Temple ASI survey: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में भारतीय पुरातत्व विभाग (ASI) की चार सदस्यीय टीम ने 152 साल पुराने बांके बिहारी मंदिर का सर्वे किया। चंदौसी तहसील के लक्ष्मणगंज मुहल्ले में स्थित यह ऐतिहासिक मंदिर पिछले 14 वर्षों से बंद था और खंडहर में तब्दील हो चुका था। हाल ही में जिला प्रशासन और नगर परिषद की टीम ने मंदिर को मुक्त कराकर उसकी सफाई कराई।
मंदिर का ऐतिहासिक महत्व और सर्वेक्षण
मंदिर का सर्वेक्षण करते हुए एएसआई टीम ने विभिन्न स्थानों से सैंपल जुटाए। अधिकारियों के अनुसार, बावड़ी की खुदाई के दौरान इस प्राचीन मंदिर का अस्तित्व सामने आया। मंदिर के पुनर्निर्माण के लिए स्थानीय लोगों ने डीएम संभल को ज्ञापन देकर अनुरोध किया था।
मंदिर का इतिहास
स्थानीय लोगों के अनुसार, श्री बांके बिहारी मंदिर लगभग 152 साल पुराना है। 21 दिसंबर को तहसील समाधान दिवस के दौरान इसके जीर्णोद्धार और बावड़ी की खुदाई की मांग की गई थी। इस पर डीएम डॉ. राजेंद्र पैसिया ने एएसआई को मंदिर के सर्वेक्षण का निर्देश दिया।
अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई और दंगों की पृष्ठभूमि
संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान भड़के दंगे के बाद प्रशासन ने शहर में अतिक्रमण हटाने का अभियान तेज कर दिया था। इसी क्रम में अब तक 20 से अधिक कुओं और दर्जन भर तीर्थस्थलों को खोजा जा चुका है। बांके बिहारी मंदिर का पुनर्निर्माण भी इसी अभियान का हिस्सा है।
अधिकारियों का कहना है कि एएसआई द्वारा मंदिर के सर्वेक्षण की रिपोर्ट आने के बाद जीर्णोद्धार की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।