
Religious Conversion Under the Guise of a Medical Camp in मेरठ। उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में मेडिकल कैंप की आड़ में धर्मांतरण कराने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। शिवपुरम इलाके में एक घर में आयोजित किए गए इस कैंप में 50 से ज्यादा लोग इलाज की उम्मीद लेकर पहुंचे थे। लेकिन असलियत का खुलासा होने पर इलाके में हड़कंप मच गया।
क्या है मामला?
मेरठ के थाना परतापुर क्षेत्र में एक घर में निशुल्क मेडिकल कैंप का आयोजन किया गया था। लोगों को विश्वास दिलाया गया था कि यहां उनकी सेहत से जुड़ी समस्याओं का समाधान किया जाएगा। लेकिन यहां पर प्रार्थना सभा चल रही थी, जहां लोगों को बाइबल पढ़ाई जा रही थी और ईसाई धर्म में कन्वर्ट होने का संदेश दिया जा रहा था।
हिंदू संगठन की सूचना पर पुलिस का छापा
इस गतिविधि की सूचना हिंदू संगठनों को मिली। संगठन के सदस्यों ने तुरंत मौके पर पहुंचकर हंगामा किया और पुलिस को इसकी जानकारी दी। पुलिस ने छापा मारा और वहां से ईसाई धर्म से संबंधित किताबें और अन्य सामग्री बरामद की।
मास्टरमाइंड कौन?
पुलिस के अनुसार, इस गोरखधंधे का मास्टरमाइंड विनीत नामक शख्स है, जो 10 साल पहले ईसाई धर्म अपना चुका है। पिछले 5 सालों से वह इस घर में प्रार्थना सभा आयोजित कर लोगों को ईसाई धर्म में कन्वर्ट करने की कोशिश कर रहा था। पुलिस ने विनीत समेत 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
पश्चिम यूपी में बढ़ते धर्मांतरण के मामले
यह पहली बार नहीं है जब मेरठ में धर्मांतरण का मामला सामने आया हो। इससे पहले कंकरखेड़ा रेलवे रोड और ब्रह्मपुरी इलाके में भी ऐसे मामले दर्ज किए गए हैं। पश्चिम उत्तर प्रदेश के कई जिलों में इस तरह की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं।
पुलिस जांच में जुटी
पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस पूरे रैकेट को फंडिंग कहां से हो रही है। फिलहाल, गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पूछताछ की जा रही है और अन्य संभावित लिंक की भी जांच जारी है।
इलाके में तनाव, हिंदू संगठनों की सख्ती
इस घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल है। हिंदू संगठनों ने इस प्रकार की गतिविधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। वहीं, पुलिस ने कहा है कि ऐसे मामलों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी और दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा।