गाजीपुर। प्राचीन श्रीरामलीला कमेटी हरि शंकरी के तत्वावधान में मंगलवार की शाम को विशेश्वरगंज स्थित पहाड़ खां पोखरा पर सातवें दिन की लीला का मंचन किया गया। इस दौरान निषादराज मिलन, तमसा निवास, राम-केवट संवाद द्वारा गंगा पार उतारने की अद्भुत झांकी प्रस्तुत की गई। कार्यक्रम की शुरुआत कार्यवाहक अध्यक्ष विनय कुमार सिंह, मंत्री ओमप्रकाश तिवारी, लोक कुमार त्रिवेदी, प्रबंधक मनोज तिवारी, उपप्रबंधक मयंक तिवारी और कोषाध्यक्ष रोहित अग्रवाल द्वारा प्रभु श्रीराम की आरती से हुई।लीला में दर्शाया गया कि वनवास के दौरान श्रीराम पहले तमसा नदी तट पर विश्राम कर श्रृंगवेरपुर पहुंचते हैं, जहां निषादराज से उनका भावपूर्ण मिलन होता है। निषादराज अपने राज्य में चलने का आग्रह करते हैं, जिसे राम अस्वीकार कर वटवृक्ष तले रुकने का निवेदन करते हैं। अगले दिन श्रीराम गंगा पार जाने की इच्छा जताते हैं। निषादराज नाविक केवट को बुलाते हैं, जो प्रभु के चरण पखारने के बाद ही नाव पर बैठाने की जिद करता है। भक्तिभाव से केवट गंगाजल से चरण पखार कर चरणामृत ग्रहण करता है और राम-लक्ष्मण-सीता को गंगा पार कराता है। उतराई में अंगूठी स्वीकार न कर, वह निवेदन करता है कि प्रभु भवसागर से पार उतारें।इस भावनात्मक प्रसंग ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। स्थल जय श्रीराम व हर-हर महादेव के नारों से गूंज उठा। मंचन में आदर्श श्रीरामलीला मंडल के कलाकारों ने जीवंत अभिनय कर वातावरण भक्तिमय बना दिया।