नई दिल्ली। मंगलवार की शाम कमानी ऑडिटोरियम में आयोजित ओडिसी नृत्य प्रस्तुति ‘राधे राधे’ ने दर्शकों को भक्ति, प्रेम और समर्पण के दिव्य भावों से भर दिया। यह अनुपम आयोजन कला कल्प सांस्कृतिक संस्थान की ओर से किया गया था, जिसमें ओडिसी नृत्यांगना डॉ. अतासी मिश्रा की मोहक प्रस्तुति ने राधा-कृष्ण के मिलन और वियोग के प्रसंगों को सजीव कर दिया। उनके नृत्य में भावनाओं की गहराई, मुद्राओं की कोमलता और ओडिसी शैली की शुद्धता का अद्भुत संगम देखने को मिला। जैसे ही मंच पर राधा और कृष्ण के मिलन की भावभंगिमाएँ उभरीं, पूरा सभागार भक्ति के रस में डूब गया।
संगीत और निर्देशन की समृद्ध विरासत
कार्यक्रम का निर्देशन और नृत्य संरचना प्रसिद्ध गुरु डॉ. गजेन्द्र कुमार पांडा और पद्मश्री दातुक रामली इब्राहिम द्वारा किया गया।संगीत रचना में गुरु गोपाल चन्द्र पांडा, पंडित लक्ष्मीकांत पाटिल और संगीता पांडा का योगदान रहा, जबकि ताल और नाद संयोजन गुरु सच्चिदानंद दास ने किया।प्रदर्शन का रूपांतरण डॉ. श्यांतनु रथ द्वारा किया गया।यह प्रस्तुति मलेशिया की सूतरा फाउंडेशन के कलाकारों द्वारा भी सुसज्जित की गई, जिससे इसे अंतरराष्ट्रीय रंग प्राप्त हुआ।
कमानी ऑडिटोरियम, नई दिल्ली
‘राधे राधे’ में ओडिसी नृत्यांगना डॉ. अतासी मिश्रा ने राधा-कृष्ण के दिव्य प्रेम व भक्ति को सजीव किया।
गुरु डॉ. गजेन्द्र कुमार पांडा व पद्मश्री दातुक रामली इब्राहिम के निर्देशन में आयोजन हुआ।#Odissi #RadheRadhe #AtasiMishra #IndianCulture pic.twitter.com/WI5HmaLnZR
— PARDAPHAAS NEWS (@pardaphaas) October 29, 2025
कला कल्प का सृजनात्मक मंच
कला कल्प सांस्कृतिक संस्थान की निदेशिका और प्रमुख नृत्यांगना डॉ. अतासी मिश्रा ने इस अवसर पर भारतीय सांस्कृतिक परंपरा की सुंदर झलक पेश की।उनकी नृत्य-भंगिमाओं ने राधा-कृष्ण के वियोग की वेदना और मिलन के उल्लास को अद्भुत भावनात्मक ऊँचाई दी।
विशिष्ट अतिथि और सराहना
कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि के रूप में उपस्थित रहे —
मोहित माधव (उपाध्यक्ष, कला कल्प सांस्कृतिक संस्थान),
के.जी. सुरेश (निदेशक, इंडिया हैबिटेट सेंटर),
डॉ. के. अनिल कुमार (विभागाध्यक्ष, आईजीएनसीए),
रवींद्रनाथ प्रधान (सचिव, हौज खास जगन्नाथ मंदिर),
निर्मल वैद (परिधि आर्ट ग्रुप),
परवेज हयात (पूर्व पुलिस महानिदेशक) और
गोबर्धन ढाल (निदेशक, ओडिया महामंच)।
सभी अतिथियों ने डॉ. अतासी मिश्रा की प्रस्तुति की प्रशंसा करते हुए कहा कि “उनके नृत्य में भक्ति और सौंदर्य का अद्वितीय संगम दिखाई देता है।”














