Tuesday, July 1, 2025
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ओखला सीट पर सियासी संघर्ष: ओवैसी और राहुल गांधी की उपस्थिति से आम आदमी पार्टी के लिए बढ़ी चुनौती

Political Struggle in Okhla: दिल्ली की ओखला विधानसभा सीट पर इस बार चुनावी मुकाबला बेहद दिलचस्प और रोमांचक हो गया है। AIMIM ने दिल्ली दंगे के आरोप में जेल में बंद शिफाउर रहमान को ओखला से उम्मीदवार बनाया है, वहीं कांग्रेस ने पूर्व विधायक आसिफ मोहम्मद खान की बेटी अरीबा खान पर दांव खेला है। इसने आम आदमी पार्टी के मुस्लिम चेहरे माने जाने वाले विधायक अमानतुल्लाह खान की सियासी मुश्किलें बढ़ा दी हैं। ओखला, जो दिल्ली के जामिया नगर इलाके में स्थित है, मुस्लिम बहुल है और इसे मुस्लिम राजनीति का केंद्र माना जाता है। यहां से सीएए-एनआरसी के खिलाफ आंदोलन शुरू हुआ था, जो पूरे देश में फैल गया था।

ओवैसी और शिफाउर रहमान का खेल

सीएए-एनआरसी के मुद्दे को एक बार फिर ताजे कर दिया है असदुद्दीन ओवैसी ने, जब उन्होंने शिफाउर रहमान को ओखला से उम्मीदवार बनाया। ओवैसी ने 23 जनवरी को ओखला के जाकिर नगर और बटला हाउस में रोड शो किया और शहीन बाग में रैली आयोजित की। इसके बाद ओखला के सियासी समीकरण तेजी से बदले। AIMIM ने AAP से जुड़े कई स्थानीय नेताओं को अपने साथ मिलाकर अमानतुल्लाह खान की सियासी चिंता बढ़ा दी है। ओवैसी और उनके साथी पार्टी नेता ओखला में लगातार प्रचार कर रहे हैं, जबकि शिफाउर रहमान को जामिया मिल्लिया के छात्रों और पूर्व छात्रों का भी समर्थन मिल रहा है। शिफाउर रहमान की जेल यात्रा ने मुसलमानों के एक बड़े वर्ग में उनके प्रति सहानुभूति पैदा की है, जो अमानतुल्लाह और अरीबा खान के लिए चिंता का कारण बन रही है।

कांग्रेस का सियासी दांव और राहुल गांधी की एंट्री

कांग्रेस ने ओखला सीट पर अपने खोए हुए जनाधार को पुनः हासिल करने के लिए आसिफ मोहम्मद खान की बेटी अरीबा खान को उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस पार्टी ने राहुल गांधी को ओखला में प्रचार के लिए उतारने का फैसला किया है, ताकि ओवैसी के बढ़ते प्रभाव को काउंटर किया जा सके। राहुल गांधी की छवि मुसलमानों के बीच बेहतर हुई है, और ओखला में उनकी जनसभा से कांग्रेस को उम्मीद है कि माहौल उनके पक्ष में बनेगा। राहुल गांधी 30 जनवरी को ओखला के तिकोना पार्क में अरीबा के लिए जनसभा करेंगे। इससे कांग्रेस को मुस्लिम समुदाय का समर्थन मिल सकता है, जिससे आम आदमी पार्टी के लिए स्थिति और कठिन हो सकती है।

कांग्रेस, ओवैसी और आम आदमी पार्टी के बीच टकराव

ओखला क्षेत्र में कांग्रेस और ओवैसी की बढ़ती सियासी गतिविधियां आम आदमी पार्टी के लिए चुनौती बन रही हैं। कांग्रेस का मुकाबला मजबूत हो गया है और ओवैसी ने अपने स्टार प्रचारकों को ओखला में तैनात किया है। दूसरी ओर, AAP के उम्मीदवार अमानतुल्लाह खान ने ओवैसी पर बीजेपी के पक्ष में काम करने का आरोप लगाया है। अमानतुल्लाह खान का कहना है कि ओवैसी मुस्लिम वोटों को बंटवारे के लिए उकसा रहे हैं, जिससे बीजेपी को फायदा हो सकता है। वे सोशल मीडिया पर शिफाउर रहमान के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिशों को चुनौती दे रहे हैं।

बीजेपी का सियासी रणनीति और मनीष चौधरी का उतरना

बीजेपी ने ओखला सीट पर मनीष चौधरी को उतारकर मुकाबले को और भी रोचक बना दिया है। ओखला में 55 फीसदी मुस्लिम वोट हैं, और अब बीजेपी को उम्मीद है कि वह हिंदू वोटों में अपनी पकड़ बना सकेगी। मनीष चौधरी को मैदान में उतारने से चार कोणीय मुकाबला हो गया है, जिससे यह साफ है कि मुस्लिम वोट AIMIM, कांग्रेस और AAP के बीच बंट सकता है। AAP समर्थक ये कह रहे हैं कि अगर मुस्लिम वोट बंटेगा, तो बीजेपी को फायदा होगा।

आम आदमी पार्टी की रणनीति

आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान ने ओवैसी और कांग्रेस पर सियासी हमला करते हुए कहा कि उनका उद्देश्य बीजेपी को मजबूत करना है। उन्होंने अपनी कुर्बानियों का हवाला देते हुए दावा किया कि उनका काम ओखला के लोगों के लिए और मुस्लिम समुदाय के लिए है। ओवैसी की सियासी चाल को नाकाम करने के लिए अमानतुल्लाह खान इमोशनल कार्ड खेल रहे हैं और इस मुकाबले को तीन तरफा संघर्ष मानते हैं।

इस चुनावी मुकाबले में ओखला विधानसभा सीट पर कांग्रेस, AIMIM, और AAP के बीच सियासी घमासान मचा हुआ है, और बीजेपी के लिए भी इस बार जीत का सपना देखना मुश्किल हो सकता है।

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