चुनाव आयोग के स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) को लेकर देशभर में राजनीतिक टकराव तेज़ होता जा रहा है। समाजवादी पार्टी और ममता बनर्जी की TMC जहां इसका खुलकर विरोध कर रही हैं, वहीं इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग पहले ही इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट जा चुकी है। अब विरोध के मोर्चे पर अभिनेता विजय की पार्टी तमिलगा वेट्री कझगम (TVK) का नाम भी जुड़ गया है।
TVK ने सुप्रीम कोर्ट में दी चुनौती
TVK ने अपनी याचिका में SIR को मनमाना, अवैज्ञानिक और राजनीतिक उद्देश्यों से प्रेरित बताया है। पार्टी का कहना है कि यह प्रक्रिया मतदाता सूची में अनावश्यक छेड़छाड़ कर सकती है, जिससे लाखों नाम कटने का खतरा है।
तमिलनाडु की कई पार्टियां भी विरोध में
TVK के अलावा तमिलनाडु की कई अन्य पार्टियां भी SIR के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंची हैं।
इनमें शामिल हैं:
सत्ताधारी DMK
CPI(M)
विधायक के. सेल्वापेरुन्थगै
विदुथलाई सिरुथिगल कच्ची (VCK) के सांसद थोल थिरुमावलवन
Actor Vijay’s party TVK approaches #SupremeCourt challenging the SIR of electoral rolls in Tamil Nadu.@actorvijay @TVKVijayHQ #TVK #Vijay #TamilNadu #SIR #ElectionCommission pic.twitter.com/qK0JpIxwp3
— Live Law (@LiveLawIndia) November 23, 2025
इन सभी का कहना है कि अक्टूबर 2024 से 6 जनवरी 2025 के बीच स्पेशल समरी रिवीजन (SSR) पहले ही पूरा हो चुका है और मतदाता सूची का नियमित अद्यतन जारी है। ऐसे में 2003 की मतदाता सूची के आधार पर नागरिकता सत्यापन की नई शर्तें लागू करना असंगत और जनविरोधी है।
कुछ पार्टियां SIR के समर्थन में भी
वहीं विपक्षी पार्टी AIADMK ने अलग याचिका दाखिल कर SIR का समर्थन किया है। पार्टी का दावा है कि यह पहल चुनावी धांधली और फर्जी वोटरों पर रोक लगाने के लिए आवश्यक है।
अन्य राज्यों से भी चुनौती
तमिलनाडु के अलावा केरल, पश्चिम बंगाल और पुडुचेरी में भी SIR के खिलाफ याचिकाएं दायर हुई हैं।
26 नवंबर को होगी सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट की जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जोयमाल्या बागची की बेंच इस मामले की सुनवाई 26 नवंबर को करने वाली है। TVK की ओर से वकील यश विजय पैरवी कर रहे हैं।














