पटना/दिल्ली: लंबे समय से विवादों के घेरे में रहे भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह को गृह मंत्रालय ने Y श्रेणी की सुरक्षा दी है। खुफिया ब्यूरो (IB) की थ्रेट-परसेप्शन रिपोर्ट के आधार पर यह सुरक्षा व्यवस्था की गई है। अब CRPF के 11 जवान उनकी सुरक्षा के लिए तैनात रहेंगे और कार्यक्रमों तथा आवागमन के दौरान उनके साथ होंगे।
सूत्रों के अनुसार सुरक्षा बढ़ाने का यह निर्णय हाल के दिनों में पवन सिंह के खिलाफ उठे सुरक्षात्मक खतरे और बढ़ती चिंताओं के मद्देनज़र लिया गया है। गृह मंत्रालय और सुरक्षा एजेंसियों ने कहा है कि कलाकारों को मिलने वाली सुरक्षा का निर्धारण जोखिम के आकलन पर आधारित होता है और इसी के अनुसार कदम उठाए गए हैं।
क्या पवन सिंह राजनीति में आ रहे हैं?
यह सुरक्षा ऐलान ऐसे समय पर हुआ है जब पवन सिंह हाल ही में भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हुए हैं। पार्टी प्रवेश के बाद उन्होंने दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की और साथ ही उपेंद्र कुशवाहा से भी बातचीत हुई। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि पवन सिंह को आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में पार्टी द्वारा उम्मीदवार बनाया जा सकता है।
बिहार में कलाकारों की राजनीतिक दिलचस्पी बढ़ी
बिहार की राजनीति में सिर्फ पवन सिंह ही चर्चित नाम नहीं हैं — हाल ही में गायिका मैथिली ठाकुर ने भी बीजेपी के राष्ट्रीय नेताओं से मुलाकात की और कहा कि अगर टिकट मिला तो वे चुनाव लड़ने पर विचार करेंगी; उन्होंने अपनी गृह-सीट अलीनगर से लड़ने की इच्छा जताई है। इसी तरह अभिनेत्री-गायिका अक्षरा सिंह की भी कुछ राजकीय मुलाकातों की खबरें आई हैं।
विश्लेषकों का कहना है कि राजनीतिक दल अब चुनावी समीकरणों में लोकप्रिय कलाकारों की अपील और समाज-आधार का लाभ उठाने की रणनीति अपना रहे हैं। ऐसे में स्टार-पावर और स्थानीय जनसमर्थन वाले चेहरों का क्षेत्रीय राजनीति में मंचन तेज हुआ है।
नज़र:
पवन सिंह को मिली Y-श्रेणी सुरक्षा और उनकी हालिया भाजपा से नजदीकी ने बिहार की राजनीति में नई हलचल पैदा कर दी है। आने वाले दिनों में यदि उन्हें आधिकारिक टिकट मिलता है तो यह मामला और अधिक सुर्खियों में बनेगा — वहीं सुरक्षा एजेंसियाँ सतर्क रहींगी ताकि सार्वजनिक और राजनीतिक गतिविधियों के दौरान उनकी सुरक्षा सुनिश्चित रहे।