
गाजीपुर – पंचायती राज्य मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने आज अपने विधानसभा क्षेत्र के कई गांवों का दौरा किया और वहां के लोगों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कई मुद्दों पर बेबाक बयान दिए, खासकर मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी, कांग्रेस, सपा, बसपा और आईएएस अधिकारी अभिषेक सिंह के निलंबन को लेकर।
छावा फिल्म विवाद पर ओमप्रकाश राजभर का बयान
बरेली के मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी ने फिल्म छावा को लेकर बयान दिया था कि इसे देखकर नौजवान आक्रोशित हो रहे हैं, जिससे नागपुर में दंगा भड़क गया। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि—
“उस मौलवी को हम राय देंगे कि कांग्रेस, सपा और बसपा को आप अपना रहनुमा मानते हो, मोहम्मद साहब को जानते हो लेकिन उनके विचारों को नहीं मानते। बाबा साहब ने संविधान में पॉलिटिकल पावर दिया है। अगर मौलाना को हिम्मत हो तो वह सपा, बसपा और कांग्रेस से कहें कि इस बार मुसलमान को मुख्यमंत्री बना दें, उसी दिन हम मौलाना की मौलानागिरी छुड़वा देंगे। अब बेकार की बयानबाजी बंद कर शिक्षा, नौकरी और भाईचारे की बात करें। यह सब समाज में नफरत फैलाने का काम कर रहे हैं।”
आईएएस अभिषेक सिंह के निलंबन पर अखिलेश यादव के बयान पर प्रतिक्रिया
आईएएस अधिकारी अभिषेक सिंह के निलंबन पर अखिलेश यादव ने सवाल उठाए थे। इस पर ओमप्रकाश राजभर ने कहा—
“अखिलेश यादव बड़े नेता हैं। उनके ही शासन में गोमती रिवर फ्रंट और खनन घोटाले हुए थे। गायत्री प्रजापति जेल में हैं और खुद अखिलेश यादव का नाम भी FIR में है। वह सिर्फ जुगाड़ से बचे हुए हैं। उनके चाचा गृह मंत्री के यहां धीरे से पर्ची थमा देते हैं।”
मसूद सालार ग़ाज़ी मेले और संजय निषाद के बयान पर प्रतिक्रिया
मसूद सालार ग़ाज़ी मेले को लेकर ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि यह प्रशासन का मामला है और प्रशासन इसे संभालेगा।
वहीं, संजय निषाद द्वारा दरोगाओं के हाथ-पैर तुड़वाने वाले बयान पर कहा कि यह एक नेता का बयान है, और इस पर वही जवाब देंगे।
कांग्रेस नेताओं द्वारा औरंगजेब की तुलना महर्षि परशुराम से करने पर बयान
कांग्रेस नेताओं ने औरंगजेब की तुलना महर्षि परशुराम से की थी, जिस पर ओमप्रकाश राजभर ने कहा—
“कांग्रेस को यह तक ज्ञान नहीं कि वे देश में लंबे समय तक सत्ता में रहे हैं। अगर वे शिक्षा के लिए अनिवार्य कानून बनाते, तो आज देश में ज्यादा पढ़े-लिखे लोग होते।”
महिलाओं की नाराजगी और कांग्रेस की शिक्षा नीति पर हमला
ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि आज महिलाएं गुस्से में हैं। अगर हम मंत्री नहीं होते, तो महिलाएं हमारे खिलाफ ही आंदोलन कर रही होतीं। कांग्रेस पार्टी ने शिक्षा के क्षेत्र में बड़ी दुर्गति पैदा की है।
—समाप्त—
