
पाकिस्तान की सरजमीं से आए लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों ने पहलगाम में जो नरसंहार किया, उसने पूरे भारत को झकझोर कर रख दिया है। इस हमले में 27 से ज्यादा मासूम नागरिकों की जान चली गई, और कई अब भी जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं। इस आतंकी हमले के जवाब में भारतीय वायुसेना पूरी तरह चौकस हो गई है—और अब दुश्मनों के दिलों में डर बैठ गया है।
‘आक्रमण’ ड्रिल से वायुसेना का दमदार जवाब
भारतीय वायुसेना ने पहलगाम हमले के बाद 48 घंटे से हाई अलर्ट मोड पर रहते हुए एक जबरदस्त युद्धाभ्यास शुरू किया है, जिसका नाम दिया गया है ‘आक्रमण’।
इस ड्रिल में राफेल और सुखोई-30 जैसे अत्याधुनिक लड़ाकू विमान शामिल हैं, और इसमें हिस्सा ले रहे हैं IAF के टॉप गन पायलट्स।
यह युद्धाभ्यास सेंट्रल सेक्टर में किया गया है, जिसका मकसद साफ है:
“भारत की हवाई सीमाएं अभेद्य हैं, और आतंक का हर जवाब वज्र की तरह होगा।”
ओवैसी की अपील: काली पट्टी बांधकर जुमे की नमाज पढ़ें
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी इस हमले की निंदा करते हुए देश के मुसलमानों से एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ कड़ा संदेश देने की अपील की है। उन्होंने कहा:
“यह हमला इंसानियत और इस्लाम दोनों के खिलाफ है। मैं तमाम मुस्लिम भाइयों से गुजारिश करता हूं कि शुक्रवार की नमाज के दौरान काली पट्टी बांधकर आतंकवाद के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराएं।”
ओवैसी ने आगे कहा:
“हम कभी किसी आतंकी को इस्लाम की आड़ में मासूमों की हत्या करने की इजाजत नहीं दे सकते। यह वक्त है एकता और इंसानियत का पैगाम देने का।”
लश्कर के आतंकियों ने नाम पूछकर मारी गोली: ओवैसी
ओवैसी ने कहा कि यह हमला सिर्फ एक इलाका या धर्म नहीं—पूरे हिंदुस्तान पर हमला है। उन्होंने बताया कि आतंकियों ने धर्म और नाम पूछकर लोगों को गोली मारी—यह कायरता की पराकाष्ठा है।
“ये आतंकी पाकिस्तान से आए, ये सबको पता है। मगर इनसे भी खतरनाक वो हैं जो इनका संचालन करते हैं—हमें उन पर वार करना होगा।”
आइए, एकजुट हों—देश के खिलाफ हर साजिश को नाकाम करें
आज जब आतंक अपने नापाक इरादों के साथ भारत को बांटने की कोशिश कर रहा है, तब ज़रूरत है एकता, शांति और मज़बूत राष्ट्रीय संकल्प की।
हिंदू-मुसलमान नहीं, अब बस एक पहचान—भारतीय।