
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 2025 के मौके पर भारतीय रेलवे ने ऐतिहासिक पहल करते हुए वंदे भारत एक्सप्रेस की पूरी कमान महिलाओं को सौंपी है। पहली बार, ट्रेन का पूरा संचालन ‘ऑल वुमेन क्रू’ द्वारा किया जा रहा है, जिसमें लोको पायलट, असिस्टेंट लोको पायलट, ट्रेन मैनेजर, टिकट एग्जामिनर और कैटरिंग स्टाफ तक सभी महिलाएं शामिल हैं।
मुंबई से चलेगी ‘ऑल वुमेन क्रू’ वंदे भारत
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस को खास बनाने के लिए छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस, मुंबई से महिला लोको पायलटों द्वारा संचालित वंदे भारत एक्सप्रेस रवाना होगी। इसके अलावा, देशभर में कई अन्य ट्रेनें भी पूरी तरह महिलाओं द्वारा चलाई जा रही हैं।
एशिया की पहली महिला लोको पायलट सुरेखा यादव संभालेंगी ट्रेन
इस ऐतिहासिक सफर की लोको पायलट होंगी एशिया की पहली महिला ट्रेन ड्राइवर सुरेखा यादव, जबकि उनकी सहयोगी असिस्टेंट लोको पायलट सुनीता कुमारी होंगी।
सुरेखा यादव, महाराष्ट्र के सतारा जिले की रहने वाली हैं और मार्च 2023 में वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने वाली भारत की पहली महिला लोको पायलट बनी थीं। उन्होंने अपने करियर में राष्ट्रीय और राज्य स्तर के कई पुरस्कार जीते हैं और भारतीय रेलवे में महिलाओं के लिए नई राह बनाई है।
रेलवे, फ्लाइट और सरकारी ऑफिस में महिलाओं का दबदबा
महिला दिवस के अवसर पर रेलवे स्टेशनों से लेकर फ्लाइट संचालन तक में महिलाओं को अहम भूमिका दी गई है। देशभर के कई रेलवे स्टेशनों की पूरी कमान महिलाओं के हाथों में सौंपी गई है, जहां टिकट चेकिंग से लेकर ट्रेन संचालन तक सभी कार्य महिलाएं कर रही हैं।
हर क्षेत्र में महिलाएं बना रही नया इतिहास
आज महिलाएं शिक्षा, विज्ञान, रेलवे, एविएशन और प्रशासन जैसे तमाम क्षेत्रों में सफलता की नई ऊंचाइयां छू रही हैं। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर यह पहल महिलाओं के सशक्तिकरण और उनके बढ़ते प्रभाव को दर्शाती है।
#WomenPower #VandeBharat #SureshkaYadav #IndianRailways #WomenEmpowerment #InternationalWomensDay