
उत्तर प्रदेश के जेवर में बन रहा इंटरनेशनल एयरपोर्ट एक ऐतिहासिक मोड़ पर पहुंच गया है। आज इस एयरपोर्ट पर पहली बार विमान की लैंडिंग हुई, जो कि इंडिगो एयरलाइंस का था। इस महत्वपूर्ण अवसर पर विमान का वॉटर कैनन सैल्यूट के साथ भव्य स्वागत किया गया। यह लैंडिंग न केवल इस मेगा-प्रोजेक्ट की प्रगति को दर्शाती है, बल्कि उत्तर प्रदेश के उभरते एविएशन सेक्टर के लिए एक मील का पत्थर भी है।
पहली लैंडिंग: एक ऐतिहासिक क्षण
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जिसे जेवर एयरपोर्ट के नाम से भी जाना जाता है, पर इंडिगो की फ्लाइट ने ट्रायल लैंडिंग की। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) की सख्त सुरक्षा जांच और निरीक्षण के बाद इस लैंडिंग की अनुमति दी गई। यह फ्लाइट दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (IGI) से उड़ान भरकर मात्र 10 मिनट में जेवर एयरपोर्ट पहुंची।
वॉटर कैनन सैल्यूट से स्वागत
एयरपोर्ट पर पहली लैंडिंग के इस खास मौके को और भी यादगार बनाने के लिए इंडिगो की फ्लाइट का वॉटर कैनन सैल्यूट से स्वागत किया गया। यह सैल्यूट नई शुरुआत का प्रतीक है, जो बताता है कि एयरपोर्ट कॉमर्शियल उड़ानों के लिए लगभग तैयार है।
अप्रैल 2025 से कॉमर्शियल उड़ानें शुरू
जेवर एयरपोर्ट को अगले साल अप्रैल से कॉमर्शियल उड़ानों के लिए खोल दिया जाएगा। अधिकारियों के अनुसार, एयरपोर्ट पर सभी आवश्यक परीक्षण और सुरक्षा मानकों की जांच पूरी हो चुकी है। यह एयरपोर्ट न केवल दिल्ली-एनसीआर बल्कि पूरे उत्तर भारत के लिए एक महत्वपूर्ण एविएशन हब बनने जा रहा है
DGCA की हरी झंडी
इस ऐतिहासिक ट्रायल के लिए DGCA ने पूरी तरह से सुरक्षा जांच के बाद हरी झंडी दी थी। अधिकारियों ने एयरपोर्ट के रनवे, नेविगेशनल सिस्टम, और अन्य तकनीकी सुविधाओं का गहन निरीक्षण किया। इस निरीक्षण के बाद इंडिगो की फ्लाइट को लैंडिंग की अनुमति मिली।
जेवर एयरपोर्ट: उत्तर भारत का नया एविएशन हब
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट देश का सबसे बड़ा ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट होगा। यह प्रोजेक्ट उत्तर प्रदेश को एविएशन सेक्टर में एक नई पहचान देगा। एयरपोर्ट के शुरू होने से लाखों यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं मिलेंगी, साथ ही यह क्षेत्रीय आर्थिक विकास में भी अहम भूमिका निभाएगा।
रोजगार और आर्थिक विकास
जेवर एयरपोर्ट के शुरू होने से हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा। एयरपोर्ट के आसपास के क्षेत्रों में व्यापार, पर्यटन, और निवेश के नए अवसर पैदा होंगे। इससे उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को बड़ा बल मिलेगा।
निष्कर्ष
जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहली ट्रायल लैंडिंग ने उत्तर प्रदेश को एक नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया है। यह एयरपोर्ट सिर्फ एक इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट नहीं, बल्कि एक ऐसा सपना है जो जल्द ही साकार होने वाला है। अप्रैल 2025 में जब यह एयरपोर्ट कॉमर्शियल उड़ानों के लिए खुल जाएगा, तो यह उत्तर भारत में एविएशन का चेहरा बदल देगा।