
ग्रेटर नोएडा वेस्ट, 31 मई:
ग्रेटर नोएडा वेस्ट की प्रमुख हाउसिंग सोसाइटीज — रेडिकॉन वेदांतम (सेक्टर-16सी) और AIMS ग्रीन एवेन्यू (सेक्टर-4) — में गंभीर अव्यवस्थाओं और बिल्डरों की लापरवाही को लेकर नेफोमा (NEFOMA) ने शुक्रवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के OSD सौम्या श्रीवास्तव से मुलाकात की।
इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व नेफोमा अध्यक्ष अन्नू खान ने किया और उन्होंने दोनों सोसाइटी की समस्याओं से संबंधित विस्तृत शिकायत पत्र सौंपा।
प्रमुख मुद्दे और गंभीर आरोप:
- रजिस्ट्री और मालिकाना हक से वंचित निवासी:
बिल्डर पिछले 15 वर्षों से फ्लैट खरीदारों को रजिस्ट्री नहीं दे रहे हैं। बिना मालिकाना हक के लोग अधूरी सुविधाओं के साथ रहने को मजबूर हैं। - बेसमेंट में वर्षों से भरा पानी:
सोसाइटी के बेसमेंट में लगातार पानी भरा है, जिससे बिल्डिंग स्ट्रक्चर की सुरक्षा पर खतरा मंडरा रहा है। - बिना OC-CC के कब्ज़ा:
दोनों सोसाइटीज़ में ऑक्यूपेंसी सर्टिफिकेट (OC) और कम्प्लीशन सर्टिफिकेट (CC) के बिना ही निवासियों को फ्लैट सौंप दिए गए हैं। यह कानून का सीधा उल्लंघन है। - बिजली सप्लाई और जनरेटर फेल:
गैर-OC टावरों में बिना मानक मीटर के बिजली दी जा रही है, तयशुदा रेट पर भुगतान लिया जा रहा है। जनरेटर बैकअप भी अप्रभावी है, जिससे बिजली कटौती के समय भारी परेशानी होती है। - लिफ्ट दुर्घटनाएं और सुरक्षा जोखिम:
लिफ्टें अक्सर खराब रहती हैं, और फ्लोर से फिसलने जैसी घटनाएं हो चुकी हैं। यह निवासियों की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है। - बेसमेंट पार्किंग अधूरी और जलभराव से ग्रस्त:
निर्धारित पार्किंग क्षेत्र न केवल अधूरा है, बल्कि सीवेज और गंदे पानी का डंपिंग ग्राउंड बना हुआ है। - आवारा कुत्तों का आतंक:
परिसर में खुलेआम घूमते आवारा कुत्तों से बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा को खतरा है। बिल्डर की ओर से कोई रोकथाम नहीं। - फ्लैट बायर्स से धोखा:
नेफोमा अध्यक्ष अन्नू खान ने आरोप लगाया कि बिल्डर करोड़ों रुपये वसूलकर, खुद को बचाने के लिए कंपनी का डायरेक्टर अपने स्टाफ (क्लर्क, चपरासी) को बना रहे हैं, जबकि जमीन लीज़ पर बिल्डर के नाम है। - अधूरी सुविधाएं – क्लब हाउस, स्विमिंग पूल, जल आपूर्ति:
क्लब हाउस, स्विमिंग पूल, वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट जैसी मूलभूत सुविधाएं आज तक उपलब्ध नहीं कराई गई हैं।
प्राधिकरण का आश्वासन – जल्द होगी कार्रवाई
प्राधिकरण के OSD सौम्या श्रीवास्तव ने समस्याओं को गंभीरता से सुनते हुए आश्वासन दिया कि:
- बिल्डर और फ्लैट बायर्स की संयुक्त बैठक शीघ्र आयोजित की जाएगी।
- बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन क्वालिटी की तकनीकी जांच कराई जाएगी।
- जरूरी हुआ तो बिल्डर के खिलाफ कानूनी कार्यवाही भी की जाएगी।
बैठक में बिल्डर प्रतिनिधि स्नेहलता भी मौजूद थीं, जिन्हें सभी आरोपों से अवगत कराया गया।
बैठक में उपस्थित प्रतिनिधि:
अन्नू खान, उमेश सिंह, अनूप कुमार, पंकज पैसल, अचिंत कुमार, ए.डी. शंकर, अखिलेश सिंह, नरेंद्र रावत, शीतल कुमार मौर्य, नागेश गोला सहित अन्य फ्लैट निवासी बैठक में उपस्थित रहे।
नेफोमा का स्पष्ट संदेश:
“बिल्डरों की मनमानी अब नहीं चलेगी, हर फ्लैट बायर्स को उसका मालिकाना हक और सुविधाएं दिलाकर रहेंगे।”

VIKAS TRIPATHI
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