Mumbai 170 cases and reward of Rs 1 crore Why Naxalite Vimla alias: महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में बुधवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की मौजूदगी में माओवादियों ने बड़ा आत्मसमर्पण किया। दंडकारण्य जोनल कमेटी की सदस्य और सीनियर कैडर विमला चंद्र सिदम उर्फ तारक्का समेत कुल 11 नक्सलियों ने सरेंडर किया। इन सभी पर कुल मिलाकर 1.03 करोड़ रुपये का इनाम घोषित था।
तारक्का: 38 साल तक नक्सल आंदोलन की अहम कड़ी
तारक्का, जिसका असली नाम विमला सिदम है, गढ़चिरौली की पहली महिला माओवादी थी, जिसने 1983 में इस आंदोलन से जुड़कर इसे नई दिशा दी। तारक्का देश के शीर्ष माओवादी नेताओं में शुमार भूपति की पत्नी और पश्चिम बंगाल में मारे गए माओवादी नेता किशनजी की भाभी है। उसके खिलाफ 170 से अधिक गंभीर अपराध दर्ज हैं। चार राज्यों में उस पर कुल एक करोड़ रुपये से अधिक का इनाम घोषित था।
गढ़चिरौली को नक्सलमुक्त बनाने का संकल्प
सीएम फडणवीस ने गढ़चिरौली पुलिस मुख्यालय में नक्सल विरोधी अभियानों में साहस दिखाने वाले सी-60 कमांडोज और अधिकारियों को सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि माओवादियों के आत्मसमर्पण और नए कैडरों की भर्ती में विफलता से यह स्पष्ट है कि महाराष्ट्र जल्द ही नक्सलवाद से मुक्त होगा।
मुख्यमंत्री का दावा: नक्सल प्रभाव खत्म हो रहा है
सीएम फडणवीस ने कहा कि गढ़चिरौली, जिसे अब तक महाराष्ट्र का सबसे पिछड़ा और अंतिम जिला माना जाता था, नक्सल प्रभाव खत्म होने के बाद राज्य का प्रथम जिला बनने की ओर अग्रसर है। उन्होंने आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों का स्वागत करते हुए कहा कि यह कदम नक्सलवाद के खात्मे की दिशा में महत्वपूर्ण है।
VIKAS TRIPATHI
भारत देश की सभी छोटी और बड़ी खबरों को सामने दिखाने के लिए “पर्दाफास न्यूज” चैनल को लेके आए हैं। जिसके लोगो के बीच में करप्शन को कम कर सके। हम देश में समान व्यवहार के साथ काम करेंगे। देश की प्रगति को बढ़ाएंगे।