
गाजीपुर।
राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन का निर्वाचन जिले के अंधऊ स्थित संगठन भवन में सम्पन्न हुआ। इस चुनाव में इंजीनियर इंद्रजीत पटेल को जनपद सचिव और इंजीनियर मिथिलेश यादव को जनपद अध्यक्ष के रूप में निर्विरोध चुना गया। चुनाव प्रक्रिया क्षेत्रीय सचिव इंजीनियर रोहित और क्षेत्रीय अध्यक्ष इंजीनियर पंकज जायसवाल की देखरेख में सम्पन्न हुई।
इस अवसर पर नवनिर्वाचित जनपद अध्यक्ष इंजीनियर मिथिलेश यादव ने कहा कि बिजली क्षेत्र में निजीकरण की बढ़ती नीति कर्मचारियों के हितों के लिए गंभीर खतरा है। उन्होंने कहा, “ऐसे समय में संगठन का मजबूत नेतृत्व और एकजुटता आवश्यक है। केंद्रीय संगठन से जो भी निर्देश मिलेंगे, उनका कड़ाई से पालन किया जाएगा। संवैधानिक तरीकों से संघर्ष और आंदोलन के लिए हमारा संगठन पूरी तरह प्रतिबद्ध है।”

विकट परिस्थिति में निर्णायक कदम
इंजीनियर मिथिलेश यादव ने कहा कि अब तक जनपदीय कार्यकारिणी का चुनाव नहीं हुआ था। निजीकरण की चुनौतियों को देखते हुए चुनाव कराना बेहद जरूरी हो गया था। उन्होंने यह भी कहा कि संगठन सभी प्रकार के शोषण और कर्मचारियों के अधिकारों के हनन के खिलाफ हर स्तर पर आवाज उठाएगा।
कार्यकारिणी के चुने गए सदस्य:
- जनपद सचिव: इंजीनियर इंद्रजीत पटेल
- जनपद अध्यक्ष: इंजीनियर मिथिलेश यादव
- जनपद उपाध्यक्ष: इंजीनियर इंदल राम
- वरिष्ठ उपाध्यक्ष: इंजीनियर कमलेश प्रजापति
- मंडल अध्यक्ष: इंजीनियर शशिकांत पटेल
- मंडल सचिव: इंजीनियर रामप्रवेश चौहान
- लेखा निरीक्षक: इंजीनियर आशीष यादव
- प्रचार सचिव: इंजीनियर अनिल राव
- वित्त सचिव: इंजीनियर महबूब आलम
सदस्यों की भूमिका
सभी नवनिर्वाचित पदाधिकारियों ने अपने-अपने पद की जिम्मेदारी को निभाने का संकल्प लिया और कहा कि संगठन के प्रत्येक सदस्य की समस्याओं का समाधान करने में वह सक्रिय रहेंगे।

निजीकरण के खिलाफ एकजुटता का आह्वान
चुनाव के दौरान उपस्थित सदस्यों ने सरकार की निजीकरण नीति के खिलाफ आवाज उठाने और कर्मचारियों के अधिकारों की रक्षा के लिए एकजुट रहने का संकल्प लिया। संगठन के वरिष्ठ सदस्यों ने कहा कि किसी भी परिस्थिति में विद्युत क्षेत्र के कर्मचारियों का शोषण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
नवगठित संगठन ने कर्मचारियों और सदस्यों से अनुरोध किया कि वे हर संघर्ष में एकजुट होकर साथ दें और अपनी समस्याओं को खुलकर संगठन के सामने रखें।