
Minister asim arun was former pm manmohan singh bodyguard story: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में मंत्री असीम अरुण ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर उनके साथ बिताए पलों को याद किया। असीम अरुण, जो 2004 से 2008 तक उनकी 22 लोगों की कमांडो टीम के सिक्योरिटी चीफ थे, ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उनके प्रति संवेदनाएं व्यक्त कीं और उनसे जुड़ी कुछ खास यादें साझा कीं।
असीम अरुण ने बताया, ‘मैं उनकी परछाई की तरह था’
असीम अरुण ने लिखा, “2004 से लगभग तीन साल तक मैं उनका बॉडीगार्ड रहा। प्रधानमंत्री की सुरक्षा का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा क्लोज प्रोटेक्शन टीम होती है, जिसका नेतृत्व करने का अवसर मुझे मिला। यह टीम पीएम के सबसे करीब होती है और कभी उनसे दूर नहीं रह सकती।” उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के साथ उनकी परछाई की तरह रहने की जिम्मेदारी उनकी थी।
मनमोहन सिंह की सादगी और मिडिल क्लास सोच
असीम अरुण ने डॉ. मनमोहन सिंह की सादगी को याद करते हुए बताया कि उनके पास एक मारुति 800 कार थी, जो प्रधानमंत्री हाउस में बीएमडब्ल्यू के पीछे खड़ी रहती थी। मनमोहन सिंह बार-बार कहते, “असीम, मुझे इस गाड़ी में चलना पसंद नहीं, मेरी गड्डी तो यह मारुति है।” हालांकि, सुरक्षा कारणों से उन्हें बीएमडब्ल्यू में ही यात्रा करनी पड़ती थी। लेकिन हर बार कारकेड के दौरान वे अपनी मारुति को देखकर जैसे दोहराते थे कि वे एक मिडिल क्लास व्यक्ति हैं और आम आदमी की भलाई के लिए काम करना उनका कर्तव्य है।
पूर्व प्रधानमंत्री का निधन और राष्ट्रीय शोक
गुरुवार रात दिल्ली के एम्स अस्पताल में इलाज के दौरान डॉ. मनमोहन सिंह का 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उन्हें गंभीर हालत में रात 8:30 बजे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। तमाम कोशिशों के बावजूद, रात 9:51 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
डॉ. मनमोहन सिंह, जिन्हें भारत के आर्थिक सुधारों का वास्तुकार माना जाता है, ने 2004 से 2014 तक यूपीए सरकार का नेतृत्व किया। उनके परिवार में उनकी पत्नी गुरशरण कौर और तीन बेटियां हैं। उनके निधन पर सात दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है और अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।