
गाजीपुर – जखनियां क्षेत्र से आंगनवाड़ी भर्ती में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक मेरिटधारी छात्रा के शैक्षिक प्रमाणपत्रों का दुरुपयोग कर एक महिला ने फर्जी तरीके से आंगनवाड़ी सहायिका की नौकरी हासिल कर ली। यह मामला जिले के सुल्तानीपुर गांव का है, जहां रहने वाली संगीता यादव पत्नी मुन्नीलाल यादव पर गंभीर आरोप लगे हैं।
जखनियां के बाल विकास परियोजना अधिकारी (सीडीपीओ) वीरूमणि को इस फर्जीवाड़े की शिकायत मिली थी। जांच में खुलासा हुआ कि संगीता यादव ने मऊ जिले की एक होनहार छात्रा के हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के प्रमाणपत्र किसी तरह प्राप्त कर लिए। छात्रा की अच्छी मेरिट के आधार पर संगीता ने उन्हीं दस्तावेजों को प्रयोग कर आंगनवाड़ी सहायिका पद के लिए आवेदन किया और नियुक्ति भी पा ली।
जांच में यह भी सामने आया कि मूल छात्रा को उसके कॉलेज ने प्रमाणपत्र इसलिए नहीं दिए थे क्योंकि उसने पूरी फीस जमा नहीं की थी। ऐसे में यह सवाल उठता है कि जब छात्रा को ही दस्तावेज नहीं मिले थे, तो वे संगीता तक कैसे पहुंचे? संदेह की सुई कॉलेज प्रशासन, विशेषकर बाबू की ओर घूम रही है। सूत्रों के मुताबिक कॉलेज के एक कर्मचारी ने संगीता की मदद कर फर्जी तरीके से नौकरी दिलवाई।
इस मामले में सीडीपीओ वीरूमणि ने भुड़कुड़ा थाने में तहरीर देकर एफआईआर दर्ज कराई है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और इस फर्जीवाड़े से जुड़े हर पहलू को खंगालने में जुट गई है। आंगनवाड़ी भर्ती में लगातार सामने आ रहे ऐसे मामलों ने पूरे सिस्टम की पारदर्शिता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
