मेरठ। उत्तर प्रदेश के मेरठ से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लोकसभा सांसद अरुण गोविल ने रविवार को अपने संसदीय क्षेत्र में 67 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण किया। इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार से सांसद निधि को 5 करोड़ से बढ़ाकर 25 करोड़ रुपये करने की मांग रखी।
सांसद गोविल ने कहा, “विधायक निधि भी 5 करोड़ रुपये की है और सांसद निधि भी उतनी ही है। जबकि एक विधायक सिर्फ एक विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करता है, लेकिन एक सांसद के संसदीय क्षेत्र में लगभग पाँच विधानसभाएँ आती हैं। इसलिए सांसद निधि कम से कम 25 करोड़ रुपये होनी चाहिए, ताकि विकास कार्य तेज़ी से आगे बढ़ सकें।”
सांसद निधि से हुए कार्यों का ब्योरा दिया
कार्यक्रम के दौरान सांसद अरुण गोविल ने अब तक खर्च की गई निधि का पूरा विवरण साझा किया। उन्होंने बताया कि 3 करोड़ 86 लाख 82 हजार रुपये की लागत से क्षेत्र में सड़कों का निर्माण कराया गया है, जबकि 30 लाख 77 हजार रुपये की लागत से सड़कों पर लाइटें लगवाई गई हैं।उन्होंने कहा कि सभी कार्यों का लोकार्पण विधिवत रूप से फीता काटकर किया गया है।
व्यापारियों के पुनर्वास पर बोले— “चुटकी बजाते कुछ नहीं होता”
शास्त्रीनगर क्षेत्र में व्यापारियों के पुनर्वास के मुद्दे पर सांसद गोविल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद ध्वस्तीकरण हुआ, इस पर कोई कुछ नहीं कर सकता था।उन्होंने कहा,
“व्यापारियों का पुनर्वास ज़रूर होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस संबंध में बातचीत हो चुकी है। थोड़ा समय लगेगा, क्योंकि चुटकी बजाते सब कुछ नहीं होता। लेकिन आगे किसी व्यापारी को इस तरह का नोटिस नहीं भेजा जाएगा।”
बिहार चुनाव पर बोले— यूपी फैक्टर बनेगा अहम
बिहार विधानसभा चुनाव पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा सांसद ने कहा कि इस बार बिहार में एनडीए की सरकार बनने जा रही है।उन्होंने कहा, “बिहार चुनाव में यूपी फैक्टर अहम भूमिका निभाएगा। उत्तर प्रदेश का कानून-व्यवस्था मॉडल बिहार के लोगों के लिए एक मिसाल है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जनसभाएं भी वहां महत्वपूर्ण प्रभाव डालेंगी।”
सांसद ने विश्वास जताया कि 14 नवंबर को आने वाले नतीजों में बिहार में एनडीए की जीत तय है।














