
मैहर स्थित मां शारदा देवी मंदिर के प्रशासक विकास सिंह पर गंभीर आरोप लगाते हुए भक्तों ने शासन और आपराधिक शाखा में शिकायत दर्ज कराई है। आरोप है कि प्रशासक ने प्रशासनिक स्तर पर झूठी रिपोर्ट पेश की, मंदिर के खजाने में हेराफेरी को बढ़ावा दिया, नियुक्ति प्रक्रिया में कानूनी प्रावधानों का उल्लंघन किया, अवैध व्यक्तियों को संरक्षण दिया और संविधान की अवहेलना की।
शिकायतकर्ताओं ने उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हुए दोषी पाए जाने पर विकास सिंह के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने और मंदिर समिति को हुई वित्तीय क्षति की भरपाई उनसे करवाने की अपील की है।
अनियमितताओं पर उठ रहे सवाल
सूत्रों के अनुसार, मंदिर में लगातार भ्रष्टाचार और कदाचार के मामले सामने आ रहे हैं। आरोप है कि प्रशासक विकास सिंह ने वरिष्ठ अधिकारियों और न्यायालय को गुमराह करने के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार किए और प्रशासनिक रिपोर्ट के माध्यम से अवैध गतिविधियों को संरक्षण दिया।
इन अनियमितताओं के कारण न केवल मंदिर की आय में गिरावट आई है, बल्कि तीर्थयात्रियों की धार्मिक भावनाओं को भी ठेस पहुंची है। तीर्थयात्री यहां असुरक्षित महसूस कर रहे हैं और खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।
जिला प्रशासन पर भी सवाल
शिकायत में जिला प्रशासन की भूमिका को भी संदिग्ध बताया गया है। आरोप है कि प्रशासनिक अधिकारियों ने कदाचार में सहयोग किया है, जिससे मंदिर में अव्यवस्था बढ़ रही है।
शिकायतकर्ताओं ने मामले की न्यायिक जांच की मांग की है ताकि मंदिर में व्याप्त अनियमितताओं पर अंकुश लगाया जा सके। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि शासन इस मामले में क्या कदम उठाता है और धार्मिक स्थल की गरिमा को बचाने के लिए क्या कार्रवाई करता है।