धर्मशाला | 30 जून 2025 — लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला आज हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला स्थित तपोवन विधानसभा परिसर में आयोजित कॉमनवेल्थ पार्लियामेंट्री एसोसिएशन (CPA) इंडिया रीजन जोन-II के दो दिवसीय वार्षिक सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। यह सम्मेलन 30 जून से 1 जुलाई तक चलेगा, जिसमें देशभर के विधायकों, संवैधानिक विशेषज्ञों और जनप्रतिनिधियों की भागीदारी होगी।
इस अवसर पर ओम बिरला, विश्वविख्यात तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा से विशेष संवाद भी करेंगे। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, यह बातचीत सम्मेलन में आत्मिक मंथन, शांति, और नैतिक नेतृत्व का संदेश समाहित करने का प्रयास है।
सम्मेलन का केंद्रीय विषय: डिजिटल युग में सुशासन
इस वर्ष सम्मेलन की थीम है —
“गुड गवर्नेंस इन द डिजिटल एज: रिसोर्स मैनेजमेंट, प्रोटेक्टिंग डेमोक्रेसी एंड एम्ब्रेसिंग इनोवेशन”।
सम्मेलन में लोकतांत्रिक संस्थाओं की मजबूती, संसाधनों का दक्ष प्रबंधन, और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे नवाचारों को विधायिका में लागू करने के तरीकों पर विस्तार से चर्चा होगी।
विधायी और संवैधानिक मुद्दों पर मंथन
सीपीए इंडिया जोन-II में हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली और जम्मू-कश्मीर जैसे क्षेत्र शामिल हैं। सम्मेलन के दौरान निम्न विषयों पर विशेष सत्र आयोजित होंगे:
राज्य संसाधनों के प्रबंधन में विधानसभाओं की भूमिका
दलबदल और संविधान की 10वीं अनुसूची
विधानसभाओं में एआई और डिजिटल टूल्स का प्रयोग
लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा और पारदर्शिता को बढ़ावा
राज्य और केंद्र के शीर्ष नेता रहेंगे मौजूद
उद्घाटन सत्र में शामिल होंगे:
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू
राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश
विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया
विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर
संसदीय कार्य मंत्री हर्षवर्धन चौहान
अन्य गणमान्य विधायक, अधिकारी और प्रतिनिधि
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला करेंगे समापन सत्र को संबोधित
सम्मेलन का समापन 1 जुलाई को हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला के संबोधन के साथ होगा। वे सम्मेलन के निष्कर्षों को साझा करते हुए लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को और अधिक प्रभावी बनाने पर ज़ोर देंगे।
CPA का उद्देश्य: लोकतंत्र को सशक्त बनाना
कॉमनवेल्थ पार्लियामेंट्री एसोसिएशन (CPA) की स्थापना राष्ट्रमंडल देशों के विधायकों को एक साझा मंच देने के लिए की गई थी, जिससे वैश्विक स्तर पर संसदीय लोकतंत्र को मजबूती दी जा सके।
CPA के कुल 9 वैश्विक क्षेत्र हैं और CPA इंडिया रीजन में 9 जोन हैं, जिनमें प्रत्येक विशिष्ट भौगोलिक क्षेत्रों को कवर करता है। यह सम्मेलन इन क्षेत्रों के बीच सर्वोत्तम विधायी प्रथाओं के आदान-प्रदान का प्रमुख अवसर बनता जा रहा है।
धर्मशाला में आयोजित यह सम्मेलन भारतीय लोकतंत्र की गहराई, विविधता और आधुनिक समय की चुनौतियों को लेकर एक विचारशील संवाद का मंच बन रहा है। डिजिटल परिवर्तन, संसाधनों की चुनौती और लोकतांत्रिक आदर्शों की रक्षा — सभी इस सम्मेलन के केंद्रबिंदु हैं।