
Lalu prasad yadav remark on : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ‘महिला संवाद यात्रा’ को लेकर सियासी पारा चढ़ गया है। इस यात्रा के शुभारंभ से पहले आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने आपत्तिजनक बयान दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार “आंखें सेंकने जा रहे हैं।” उनके इस बयान के बाद बिहार की राजनीति गरमा गई। बीजेपी ने इस बयान को शर्मनाक करार दिया है और कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
लालू यादव के बयान पर बीजेपी का तीखा पलटवार
लालू यादव के इस बयान पर बीजेपी की ओर से तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आईं। बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने इसे अत्यंत घृणित और शर्मनाक बताया। उन्होंने कहा,
“पहले तो लगता था कि लालू जी शारीरिक रूप से बीमार हैं, लेकिन अब वह मानसिक रूप से भी बीमार हो गए हैं। उन्हें इलाज की आवश्यकता है।”
वहीं, बिहार के विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि लालू यादव और उनकी पार्टी ने भ्रष्टाचार के जरिए संपत्ति बनाई है। उन्होंने आरोप लगाया कि लालू यादव माहौल बनाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रोकने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन जनता ने उन्हें नकार दिया है।
‘महिला संवाद यात्रा’ को लेकर तेजस्वी का सवाल
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ‘महिला संवाद यात्रा’ पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने यात्रा के लिए स्वीकृत 225 करोड़ रुपए की राशि पर आपत्ति जताते हुए पूछा,
“क्या किसी मुख्यमंत्री को जनता से मिलने के लिए इतना बड़ा बजट खर्च करने की जरूरत है? यह राशि कहां और कैसे खर्च की जाएगी, इसकी पूरी जानकारी दी जानी चाहिए।”
तेजस्वी ने यह भी आरोप लगाया कि नीतीश कुमार का चेहरा आगे करके कुछ लोग राज्य के खजाने को लूट रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह यात्रा जनता के पैसे की बर्बादी है और इसका उद्देश्य सिर्फ राजनीतिक प्रचार है।
बीजेपी और आरजेडी का सीधा आरोप-प्रत्यारोप
नीतीश कुमार की यात्रा पर बीजेपी और आरजेडी दोनों ने निशाना साधा। आरजेडी का कहना है कि मुख्यमंत्री बिहार को सुचारू रूप से चलाने में असमर्थ हैं और केंद्र से विशेष राज्य का दर्जा दिलाने में विफल रहे हैं।
दूसरी ओर, बीजेपी का कहना है कि आरजेडी का बयान उनकी बौखलाहट और हताशा को दिखाता है। बीजेपी ने लालू यादव पर तंज कसते हुए कहा कि उनके बयान महिला सशक्तिकरण के प्रति उनकी असंवेदनशील सोच को दर्शाते हैं।
क्या है ‘महिला संवाद यात्रा’?
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ‘महिला संवाद यात्रा’ का उद्देश्य महिलाओं से सीधे संवाद कर उनकी समस्याओं को समझना और उनके समाधान के लिए कदम उठाना है। इस यात्रा का आयोजन ग्रामीण विकास विभाग की ओर से किया जा रहा है। सरकार का कहना है कि इस यात्रा से महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा मिलेगा।
राजनीतिक माहौल और 2025 का चुनाव
नीतीश कुमार की इस यात्रा को 2025 के विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। विपक्ष इसे राजनीतिक प्रचार करार दे रहा है, जबकि सरकार इसे महिलाओं के लिए एक सकारात्मक पहल बता रही है।
लालू यादव और तेजस्वी यादव के बयानों से साफ है कि आगामी चुनाव में नीतीश कुमार के खिलाफ विपक्ष का एजेंडा तैयार हो चुका है। वहीं, बीजेपी ने भी अपने बयानों से साफ कर दिया है कि वह नीतीश सरकार की हर पहल को चुनौती देने के लिए तैयार है।