
गाजीपुर । कासिमाबाद कोतवाली क्षेत्र में भारतीय किसान यूनियन श्रमिक जनशक्ति के प्रदेश उपाध्यक्ष सहित कुल 15 लोगों को गाज़ीपुर जनपद के मुहमदपुर टंडवा स्थित निजी आवास पर प्रशासन द्वारा दिल्ली बॉर्डर पर आमरण अनशन में भागीदारी को लेकर हाउस अरेस्ट किया गया है। इस कार्रवाई से किसानों में गहरी नाराजगी और आक्रोश फैल गया है।
जानकारी के अनुसार, एमएसपी की गारंटी कानून की मांग को लेकर दिल्ली, हरियाणा और पंजाब के बॉर्डर पर भारतीय किसान यूनियन के नेता जगदीश सिंह डल्लेवाल का आमरण अनशन 18 दिनों से जारी है, लेकिन सरकार की तरफ से अभी तक कोई ठोस पहल नहीं की गई है। इस पर संयुक्त किसान मोर्चा और किसान मजदूर मोर्चा के आह्वान पर विभिन्न किसान संगठनों के सदस्य दिल्ली मोर्चे पर पहुंचने के लिए तैयार हो रहे थे।
17 दिसंबर को भारतीय किसान यूनियन श्रमिक जनशक्ति के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष तारकेश्वर नाथ यादव के नेतृत्व में दर्जनों किसान नेता दिल्ली जाने के लिए तैयार थे, लेकिन एक दिन पहले कासिमाबाद पुलिस प्रशासन ने उन्हें उनके निजी आवास पर हाउस अरेस्ट कर लिया। इसमें बलिया से प्रदेश उपाध्यक्ष सीताराम यादव और गाजीपुर जिलाध्यक्ष महेंद्र सिंह यादव सहित कुल 15 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया।
किसान नेता तारकेश्वर नाथ यादव ने प्रशासन की इस कार्रवाई को संविधान विरोधी और किसान विरोधी करार दिया। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई सरकार की हताशा को दर्शाती है, लेकिन किसान संगठन अपने अधिकारों की लड़ाई जारी रखेगा। पुलिस प्रशासन की कड़ी निगरानी और दबाव से किसान नेता और कार्यकर्ता पीछे हटने वाले नहीं हैं। किसान आंदोलन जारी रहेगा, और किसानों की आवाज़ को दबाने की कोई भी कोशिश सफल नहीं होगी।