Justin Trudeau’s Resignation Speculations Amid Growing Challenges in Canada’s: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो एक बार फिर संकट में घिर गए हैं। विदेश नीति और आंतरिक राजनीति में लगातार बढ़ती समस्याओं के कारण, उनकी प्रधानमंत्री पद से इस्तीफे की अटकलें तेज हो गई हैं। कनाडाई मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, ट्रूडो सोमवार (6 जनवरी 2025) को अपने इस्तीफे की घोषणा कर सकते हैं। रॉयटर्स के हवाले से खबर है कि ट्रूडो लिबरल पार्टी के नेता के रूप में इस्तीफा देने की योजना बना रहे हैं और इसका ऐलान आगामी 8 जनवरी को होने वाली राष्ट्रीय कॉकस मीटिंग से पहले किया जा सकता है। हालांकि, इस्तीफे का सही वक्त और प्रक्रिया अभी साफ नहीं है।
कौन ले सकता है ट्रूडो की जगह? अगर ट्रूडो इस्तीफा देते हैं, तो लिबरल पार्टी को दो विकल्प होंगे: पहला, वह एक अंतरिम नेता नियुक्त करें, और दूसरा, पार्टी के भीतर नेतृत्व चुनाव कराए। कनाडाई मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रूडो के सलाहकारों ने वित्त मंत्री डोमिनिक लेब्लांक से यह चर्चा की है कि क्या वह अंतरिम प्रधानमंत्री बनने के इच्छुक हैं। इसके अलावा, मार्क कार्नी (बैंक ऑफ कनाडा और बैंक ऑफ इंग्लैंड के पूर्व गवर्नर) और क्रिस्टिया फ्रीलैंड (पूर्व वित्त मंत्री) के नाम भी प्रधानमंत्री पद के लिए चर्चा में हैं। मेलानी जोली भी एक संभावित दावेदार मानी जा रही हैं, जो 2021 से कनाडा की शीर्ष राजनयिक हैं।
जस्टिन ट्रूडो के लिए बिगड़े हालात जस्टिन ट्रूडो के लिए हालात 2015 से अब तक कई बार कठिन हो चुके हैं, लेकिन 2023 में भारत के खिलाफ विदेश नीति के मोर्चे पर शुरू हुई कूटनीतिक लड़ाई ने उनकी स्थिति को और भी कमजोर कर दिया। भारत द्वारा खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में कनाडाई एजेंटों के कथित संबंधों का आरोप लगाने के बाद, दोनों देशों के रिश्ते तनावपूर्ण हो गए थे। ट्रूडो ने विदेश नीति के जरिए घरेलू समस्याओं से ध्यान हटाने की कोशिश की, लेकिन विपक्षी नेताओं ने उन्हें आड़े हाथों लिया और भारत के खिलाफ आरोपों का सबूत पेश करने की मांग की।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का दबाव इसके अलावा, ट्रंप द्वारा कनाडा और मेक्सिको के उत्पादों पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की धमकी के बाद, जस्टिन ट्रूडो की सरकार की स्थिति और भी कमजोर हो गई। इस पर, उप-प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री क्रिस्टिया फ्रीलैंड ने इस्तीफा दे दिया था और देश की आर्थिक स्थिति पर चिंता जताई थी। फ्रीलैंड ने कहा था कि यदि अमेरिका ने कनाडा पर इस तरह का टैरिफ लगा दिया, तो इससे देश की अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान होगा।
जगमीत सिंह का ट्रूडो से अलग होना जगमीत सिंह, न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (एनडीपी) के नेता, जो ट्रूडो की अल्पमत सरकार के समर्थन में थे, ने पिछले साल अविश्वास प्रस्ताव लाने की बात की थी। एनडीपी और ट्रूडो के बीच रिश्तों में खटास तब आई जब सरकार ने दो प्रमुख रेलवे कंपनियों के कामकाजी फैसलों में सख्ती बरती। इसने ट्रूडो की स्थिति को और कमजोर कर दिया।
इन सभी घटनाओं के बीच, जस्टिन ट्रूडो के इस्तीफे की खबरें कनाडा की राजनीति में एक नई हलचल पैदा कर रही हैं, और अब यह सवाल उठ रहा है कि उनके स्थान पर अगला प्रधानमंत्री कौन होगा।
VIKAS TRIPATHI
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