गाजीपुर — जिले में लगातार दो दिनों से हो रही बारिश के कारण किसानों की फसलों को हुए संभावित नुकसान की भरपाई सुनिश्चित करने के लिए जिलाधिकारी महोदय ने राजस्व, कृषि एवं फसल बीमा विभाग की एक संयुक्त टीम का गठन किया है। यह टीम प्रभावित क्षेत्रों का सर्वे कर किसानों को उनकी फसलों की क्षति के अनुरूप उचित मुआवजा दिलाने की प्रक्रिया पूरी करेगी।जिला कृषि अधिकारी उमेश कुमार ने बताया कि खरीफ सत्र 2025 में जिले के किसानों द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत 47,015 आवेदन किए गए हैं, जिनके माध्यम से कुल 16,810 हेक्टेयर क्षेत्रफल का बीमा कराया गया है। इस बीमा के अंतर्गत धान एवं बाजरा की फसलों को अधिसूचित किया गया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में धान की खड़ी फसल को व्यापक नुकसान की सूचना नहीं मिली है, परंतु जिन किसानों की फसल आंधी या बारिश के कारण गिर गई है, उनमें क्षति की संभावना अधिक है।अधिकारी ने बताया कि जिन खेतों में कटाई के बाद फसल बारिश से प्रभावित हुई है, वहां का सर्वे राजस्व, कृषि और फसल बीमा विभाग की टीम द्वारा किया जाएगा। समिति की रिपोर्ट के आधार पर ही किसानों को क्षतिपूर्ति प्रदान की जाएगी। किसानों से अपील की गई है कि यदि उनकी फसल को किसी प्रकार की क्षति हुई है और उन्होंने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत बीमा कराया है, तो वे क्षति की सूचना 72 घंटे के भीतर भारत सरकार के टोल फ्री नंबर 14447 पर अवश्य दर्ज कराएं। शिकायत दर्ज होने के बाद संयुक्त टीम द्वारा स्थल निरीक्षण कर नियमानुसार मुआवजा दिलाया जाएगा।इसके साथ ही जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि रबी 2025-26 मौसम के लिए राष्ट्रीय फसल बीमा पोर्टल पर बीमा कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। सभी कृषक भाई 31 दिसंबर 2025 तक अपनी फसलों का बीमा करा सकते हैं। उन्होंने कहा कि यह योजना किसानों के हित में अत्यंत लाभकारी है, जिससे प्राकृतिक आपदाओं से होने वाली फसल क्षति की भरपाई सुनिश्चित होती है।कृषि विभाग ने सभी किसानों से अपील की है कि वे समय से अपनी फसलों का बीमा कराएं और बारिश या अन्य आपदाओं से प्रभावित फसलों की सूचना तत्काल दें, ताकि उन्हें योजना का पूरा लाभ प्राप्त हो सके।





 
                                    










