
Jammu kashmir cm omar abdullah: जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर काजीगुंड और बनिहाल को जोड़ने वाली नवयुग सुरंग को दिवंगत प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को समर्पित करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह ने जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए अभूतपूर्व कार्य किए और उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता।
डॉ. सिंह की दूरदर्शिता से बदली तस्वीर
मुख्यमंत्री ने बताया कि डॉ. सिंह के कार्यकाल में श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग को चार लेन में बदलने की परियोजना शुरू की गई थी। आज जम्मू और श्रीनगर के बीच की दूरी केवल 5 घंटे में तय की जा सकती है, जो उनकी दूरदर्शिता और नेतृत्व का प्रत्यक्ष प्रमाण है।
‘डॉ. मनमोहन सिंह टनल’ नामकरण की अपील
रविवार को पत्रकारों से बातचीत में उमर अब्दुल्ला ने सुझाव दिया कि नवयुग सुरंग का नाम बदलकर ‘डॉ. मनमोहन सिंह टनल’ रखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि भले ही नई सुरंगों का श्रेय कोई और ले, लेकिन यह याद रखना चाहिए कि इस राजमार्ग के विकास की नींव डॉ. मनमोहन सिंह ने रखी थी।
कश्मीर के विकास में ऐतिहासिक योगदान
उमर अब्दुल्ला ने डॉ. सिंह को सच्चा राजनेता बताते हुए कहा कि उनके शासनकाल में कश्मीर में कई बड़े कदम उठाए गए, जिनमें गोलमेज सम्मेलन, वार्ताकारों की नियुक्ति, नियंत्रण रेखा के पार व्यापार की शुरुआत, छात्रों के लिए विशेष छात्रवृत्ति योजना और कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास के लिए ठोस प्रयास शामिल हैं।
‘धरती के सच्चे सपूत थे डॉ. मनमोहन सिंह’
मुख्यमंत्री ने कहा कि डॉ. सिंह ने कभी अपनी उपलब्धियों का ढिंढोरा नहीं पीटा, लेकिन उनके कार्यों ने क्षेत्र को बदल दिया। उनका समर्पण और प्रयास सदैव याद किए जाएंगे। उमर अब्दुल्ला ने नवयुग सुरंग की महत्ता पर जोर देते हुए कहा कि इसने जम्मू और श्रीनगर के बीच यात्रा के समय को कम करने और कनेक्टिविटी में सुधार करने में अहम भूमिका निभाई है।
डॉ. मनमोहन सिंह के योगदान को हमेशा याद रखते हुए, उमर अब्दुल्ला ने कहा कि वे वास्तव में धरती के सच्चे सपूत थे।