नई दिल्ली/हेग – भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने नीदरलैंड की आधिकारिक यात्रा के दौरान पाकिस्तान को आतंकवाद को लेकर कड़ा संदेश दिया है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अगर पाकिस्तान अपनी धरती से संचालित हो रही आतंकवादी गतिविधियों पर रोक नहीं लगाता, तो उसे इसके गंभीर और दूरगामी परिणाम भुगतने पड़ेंगे।
जयशंकर ने कहा – “भारत आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है। पाकिस्तान को यह बात अच्छे से समझ लेनी चाहिए कि अब बर्दाश्त की सीमा पार हो चुकी है। अगर फिर से कोई हमला हुआ, तो जवाब इतना कड़ा होगा कि वह लंबे समय तक याद रखा जाएगा।”
पाकिस्तान सरकार और सेना आतंकियों की मदद में शामिल: जयशंकर
नीदरलैंड में मीडिया से बातचीत करते हुए जयशंकर ने पाकिस्तान की नीयत पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा – “ऐसा कैसे हो सकता है कि पाकिस्तान की सेना और सरकार को वहां पल रहे आतंकवादियों की गतिविधियों की जानकारी न हो? पाकिस्तान में मौजूद आतंकवादी खुलेआम बड़े शहरों में घूमते हैं, उनके ठिकाने सबको पता हैं, उनके संपर्क सार्वजनिक हैं। ऐसे में यह दिखावा बंद होना चाहिए कि पाकिस्तान आतंकवाद से अंजान है।”
उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर “मगरमच्छ के आंसू बहाना छोड़ देना चाहिए”, क्योंकि अब विश्व समुदाय भी जान चुका है कि आतंक का सबसे सुरक्षित ठिकाना कहां है।
संयुक्त राष्ट्र की लिस्ट में दर्ज हैं पाक में पल रहे आतंकी
एस. जयशंकर ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र की आतंकवादी सूची में जो सबसे खतरनाक नाम हैं, वे सब पाकिस्तान में सक्रिय हैं। उन्होंने कहा – “इन आतंकियों की गतिविधियां, उनकी रहन-सहन, उनका नेटवर्क – सब कुछ दुनिया के सामने है। पाकिस्तान को अब यह स्वीकार करना ही होगा कि उसकी जमीन पर आतंकवाद फल-फूल रहा है और उसकी संरचना में ही आतंकवाद की जड़ें शामिल हैं।”
सीजफायर पर ट्रंप की मध्यस्थता को भारत ने किया खारिज
जयशंकर ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस बयान को भी सिरे से खारिज कर दिया जिसमें उन्होंने भारत-पाक सीजफायर को अपनी मध्यस्थता का नतीजा बताया था। उन्होंने स्पष्ट किया कि “भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम पूरी तरह से द्विपक्षीय बातचीत का परिणाम था। इसमें किसी तीसरे पक्ष की कोई भूमिका नहीं थी और न ही भविष्य में होगी।”
उन्होंने कहा कि “कश्मीर भारत का आंतरिक और द्विपक्षीय विषय है। किसी भी तीसरे देश को इसमें हस्तक्षेप की इजाजत नहीं दी जाएगी, चाहे वह अमेरिका ही क्यों न हो।”
“ऑपरेशन सिंदूर” एक चेतावनी है: मोदी का संदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति को और स्पष्ट किया। उन्होंने कहा कि “अगर कोई भारत की बेटियों के सिंदूर को मिटाने की कोशिश करेगा, तो उसे धूल में मिला दिया जाएगा।” पीएम मोदी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को भारत के न्याय और आतंक के खिलाफ नए प्रकार के जवाब की संज्ञा दी।
पहलगाम हमला और धार्मिक उकसावे की साजिश
जयशंकर ने 22 अप्रैल को श्रीनगर और पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर कहा कि यह हमला जानबूझकर धार्मिक तनाव फैलाने के उद्देश्य से किया गया था। इस हमले में 26 लोगों की जान गई थी, जिनमें अधिकतर आम नागरिक थे।
उन्होंने कहा – “इस तरह के हमले सिर्फ निर्दोषों की जान लेने के लिए नहीं, बल्कि देश को अंदरूनी तौर पर बांटने की साजिश का हिस्सा होते हैं। लेकिन भारत इन साजिशों को सफल नहीं होने देगा। दुनिया को भी चाहिए कि वह इस तरह की गतिविधियों की कड़ी निंदा करे।”
आतंक पर भारत का रुख अब बेहद स्पष्ट
विदेश मंत्री एस. जयशंकर का यह कड़ा रुख और प्रधानमंत्री मोदी की सख्त चेतावनी यह संकेत देती है कि भारत अब आतंकवाद के खिलाफ ‘बोलने’ से आगे बढ़कर ‘करने’ के मोड में है। पाकिस्तान को यह समझना होगा कि अब “स्ट्रैटेजिक पेशेंस” का युग समाप्त हो गया है – अब हर आतंकी हरकत का मुंहतोड़ जवाब मिलेगा।