
20साल के लंबे अंतराल के बाद, कुख्यात आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अज़हर ने एक बार फिर दुनिया के सामने अपनी मौजूदगी दर्ज कराई है। हाल ही में जारी किए गए एक वीडियो संदेश में उसने भारत और इज़राइल के खिलाफ ज़हर उगला और इन दोनों देशों में जिहाद का नया अभियान छेड़ने की घोषणा की। इस बयान ने एक बार फिर से पाकिस्तान की आतंकवाद-प्रेमी नीति पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
बहावलपुर के मदरसे से जारी हुआ वीडियो
रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह वीडियो पाकिस्तान के बहावलपुर स्थित उम्म-उल-क़ुरा मदरसा और मस्जिद परिसर से रिकॉर्ड किया गया था। दिलचस्प बात यह है कि 2019 में पाकिस्तानी सरकार ने इस परिसर को अपने नियंत्रण में लेने का दावा किया था। लेकिन स्थानीय सूत्रों का कहना है कि वहां आज भी जैश-ए-मोहम्मद का ही कब्जा है। परिसर की सुरक्षा हथियारबंद गार्डों द्वारा की जाती है। वीडियो में मसूद अज़हर ने कश्मीर और फिलिस्तीन में नए साजिशों की बात करते हुए आतंकवाद को तेज़ करने का आह्वान किया।
मोदी और नेतन्याहू को दी धमकी
मसूद अज़हर ने अपने बयान में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इज़रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को सीधे निशाने पर लिया। उसने अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करते हुए कहा,
“क्या हमारे पास इतने लोग नहीं हैं जो बाबरी मस्जिद को वापस ले सकें?”
इसके साथ ही उसने भारत में बड़े स्तर पर आतंकवादी हमले करने के लिए शक्तिशाली हथियारों के इस्तेमाल की धमकी दी।
जिहाद के लिए जुटाई भीड़
इस भाषण के दौरान मसूद ने जैश-ए-मोहम्मद में शामिल होने की अपील की। वीडियो में देखा गया कि वहां मौजूद आतंकवादियों ने तालियां बजाकर उसका समर्थन किया। मसूद अज़हर बार-बार उग्र नारे लगाता रहा, जिसमें कहा गया,
“भारत, तेरी मौत आ रही है।”
पाकिस्तान की आतंकवाद पर दोहरी नीति उजागर
मसूद अज़हर के इस वीडियो ने एक बार फिर पाकिस्तान की कथित आतंकवाद विरोधी कार्रवाई की पोल खोल दी है। यह वीडियो स्पष्ट करता है कि पाकिस्तान में आतंकवादी संगठन न केवल सक्रिय हैं बल्कि उन्हें सरकार और सेना का संरक्षण भी प्राप्त है।
अब देखना यह होगा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय, विशेष रूप से भारत और इज़राइल, इस पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं और क्या संयुक्त राष्ट्र पाकिस्तान पर कोई कड़ी कार्रवाई करेगा।