Tuesday, July 1, 2025
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भारत ने ले लिया ईरान का पोर्ट, दुनिया भर में बजा भारत का डंका…!

Port of India : पूरी दुनिया में एक बार फिर भारत का डंका बज रहा है। भारत ने कड़ी मेहनत तथा लम्बीप्रक्रिया के बाद ईरान का सबसे महत्वपूर्ण बंदरगाह (पोर्टले लिया है। ईरान के इस पोर्ट पर चीन की पैनीनजर थी। भारत ने अपनी रणनीतिक समझदारी के दम पर ईरान का पोर्ट ले लिया है। भारत का ईरान कापोर्ट मिलने से पूरी दुनिया भारत की तारीफ  कर रही है। दुनिया के देश बोल रहे है। कि ईरान का बंदरगाह(पोर्टहासिल करके भारत ने एक तीर से कई निशाने साधे हैं।

ईरान का बंदरगाह भारत का हो गया 

आपको बता दें कि सोमवार का दिन भारत के लिए बेहद भाग्यशाली दिन रहा है। भारतईरान ने सोमवार कोबहुप्रतिक्षित चाबहार बंदरगाह समझौते पर हस्ताक्षर किए। समझौते के तहत ईरान का यह बंदरगाह 10 वर्षके पट्टे पर भारत को मिला है। इस अवधि में भारत इसका विकास  तथा संचालन करेगा। इसे लेकर भारत– ईरान के बीच अटल सरकार के दौर में वार्ता शुरू हुई थीजिसे दो दशक बाद मोदी सरकार ने अमलीजामापहनाया।
ईरान में भारत की इस सफलता को अरब सागर में पाकिस्तान के ग्वादर बंदरगाह पर चीनी मौजूदगी केखतरों के खिलाफ भारत के संतुलन का प्रयास माना गया है।

बंदरगाह और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ईरानी समकक्ष मेहरदाद बजरपाश के साथ चाबहार स्थितशाहिदबेहिश्ती पोर्ट टर्मिनल के दीर्घकालिक संचालन अनुबंध के गवाह बने। सोनोवाल ने कहाचाबहार केवल भारत का निकटतम ईरानी बंदरगाह हैबल्कि समुद्री परिवहन की दृष्टि से भी अहम है। यह बंदरगाहवैश्विक उत्तरदक्षिण परिवहन गलियारा (आईएनएसटीसी)  परियोजना का प्रमुख केंद्र बनेगा।आईएनएसटीसी में शामिल भारत  –दक्षिण अलावा ईरानअफगानिस्तानटीसीआर्मेनियाअजरबैजानरूस मिलकर   एशियायूरोप के बीच मालढुलाई की. 7,200 किमी लंबी परियोजनाओं पर काम कर रहेहैं। यह भारतअफगानिस्तान के लिए भी मील का पत्थर है।

क्यों भारत के लिए अहम है ईरान का पोर्ट…!

भारत के लिए ईरान का चाबहार बंदरगाह बेहद महत्वपूर्ण है। यहां एकएक करके समझ लेते हैं भारत केलिए ईरान के इस पोर्ट का महत्व।
1- मध्य एशिया और दक्षिण एशिया के बीच कारोबार बेहतर होगा और आपसी संबंध मजबूत होंगे।
2- इसके जरिये भारत राष्ट्रमंडल देशों तक पहुंचने के लिए नॉर्थसाउथ परिवहन गलियारे को विकसितकरना चाहता है।
3- अब आर्मेनियाअजरबैजान के साथ सीधे व्यापार कर संभव होगा।
4- यूरोप तक आसानी से कारोबार होगा और यूरोप पहुंचने में हमारे जहाजों को 15 दिन कम लगेंगे।
5- चाबहार प्रोजेक्ट पाकिस्तान के ग्वादर बंदरगाह और चीन की बेल्ट एंड रोड पहल का जवाब है।
6-भारत के लिए रणनीतिक रूप से यह काफी महत्वपूर्ण है।
7-भारत की अब अफगानिस्तान तक पहुंच आसान हो जाएगीपहले कोई भी माल भेजने के लिए पाकिस्तानहोकर जाना पड़ता था।

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VIKAS TRIPATHI भारत देश की सभी छोटी और बड़ी खबरों को सामने दिखाने के लिए "पर्दाफास न्यूज" चैनल को लेके आए हैं। जिसके लोगो के बीच में करप्शन को कम कर सके। हम देश में समान व्यवहार के साथ काम करेंगे। देश की प्रगति को बढ़ाएंगे।
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