
IIT Kanpur Rape Case: कानपुर से सामने आए एक सनसनीखेज मामले में, आईआईटी कानपुर की एक छात्रा ने एसीपी रैंक के अधिकारी मोहसिन खान पर यौन शोषण का गंभीर आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ कल्याणपुर पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कराई थी। मामला हाईप्रोफाइल होने के कारण कोर्ट में गूंजा, जहां हाईकोर्ट ने आरोपी मोहसिन खान की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी। इस फैसले के बाद पीड़िता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए न्याय की गुहार लगाई।
पीड़िता पर लगे आरोप और उनकी प्रतिक्रिया
एक्स पर अपनी पोस्ट में पीड़िता ने लिखा, “न्यूज चैनल में चली खबर के मुताबिक एसीपी के वकील ने मुझ पर एक मासूम बच्चे की हत्या के प्रयास का खुलेआम आरोप लगाया है।” यह आरोप तब लगाया गया जब आरोपी के वकील गौरव दीक्षित ने दावा किया कि पीड़िता ने मोहसिन खान के घर जाकर उनकी पत्नी से झगड़ा किया और उनके बच्चे को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की।
पीड़िता ने इस आरोप को सिरे से खारिज करते हुए कहा, “मैं एफआईआर संख्या 0570 के तहत यौन शोषण मामले में शिकायतकर्ता हूं। लेकिन अब मुझे आरोपी और उनके वकील द्वारा बदनाम किया जा रहा है। मैं समझती हूं कि आरोपी को अपना बचाव करने का अधिकार है, लेकिन उनके द्वारा अपनाई गई रणनीति गंभीर रूप से चिंताजनक है।”
सुरक्षा को लेकर जताई चिंता
पीड़िता ने एक्स पर लिखा कि मोहसिन खान, जिनके आचरण पर गंभीर सवाल उठ चुके हैं, अभी तक न तो निलंबित किए गए हैं और न ही गिरफ्तार। उन्होंने आशंका जताई कि आरोपी और उनके सहयोगी उनके खिलाफ झूठे आरोप लगा सकते हैं, जो उनके करियर और भविष्य के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकते हैं। उन्होंने कहा, “इन झूठी कहानियों ने मुझे भयभीत कर दिया है। मैं विशेष रूप से असुरक्षित महसूस करती हूं।”
आत्महत्या तक की चेतावनी
पीड़िता ने अपनी पोस्ट में लिखा, “मैं आपसे और उत्तर प्रदेश पुलिस से अपील करती हूं कि यह सुनिश्चित करें कि मेरे खिलाफ कोई झूठा मामला दर्ज न किया जाए। यदि यह उत्पीड़न जारी रहा, तो मेरे पास आत्महत्या जैसा कठोर कदम उठाने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचेगा।”
उन्होंने यह भी लिखा, “मैंने न्याय की तलाश में अपनी गरिमा और प्रतिष्ठा का बलिदान पहले ही कर दिया है। लेकिन मैं अपने करियर और भविष्य का बलिदान नहीं कर सकती।”
न्याय और समर्थन की अपील
पीड़िता ने पोस्ट के अंत में न्याय और सुरक्षा की मांग करते हुए कहा, “कृपया न्याय की अखंडता को बनाए रखने और एक नागरिक के रूप में मेरी सुरक्षा और अधिकार सुनिश्चित करने के लिए हस्तक्षेप करें।”
मामले का असर
इस मामले ने कानपुर और देशभर में हलचल मचा दी है। आईआईटी जैसे प्रतिष्ठित संस्थान की छात्रा द्वारा लगाए गए आरोप और उसके बाद की घटनाओं ने पुलिस और न्यायिक व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना यह होगा कि पीड़िता की गुहार को न्याय कब और कैसे मिलता है।