गोवा के अरपोरा स्थित नाइट क्लब बिर्च बाय रोमियो लेन में शनिवार रात लगी भीषण आग में 25 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी। इस हादसे के बाद पुलिस ने अब तक क्लब से जुड़े छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि क्लब के दो प्रमुख साझीदार—सौरभ और गौरव लूथरा—अब भी फरार हैं और उन्हें थाईलैंड से लाने के प्रयास जारी हैं। प्रशासन ने चेन के एक अन्य क्लब पर भी बुलडोजर कार्रवाई की है।
अजय गुप्ता हुआ गिरफ्तार, तीन मालिकों का खुलासा
आग हादसे के बाद पुलिस क्लब के मालिकों की खोज में जुटी थी। शुरुआत में केवल दो मालिकों की जानकारी थी, लेकिन जांच में पता चला कि तीसरा पार्टनर अजय गुप्ता भी इस कारोबार से जुड़ा है। पुलिस ने मंगलवार शाम उसे गिरफ्तार कर लिया।
जांच में सामने आया कि अजय गुप्ता, नॉर्थ दिल्ली के प्रसिद्ध बिल्डर अमित गुप्ता का भाई है, जिसकी दो साल पहले बुराड़ी में गोगी गैंग द्वारा हत्या कर दी गई थी। अमित गुप्ता के पास कई नामचीन लोगों का निवेशित पैसा था, जिसे उसकी मौत के बाद अजय सम्भाल रहा था। लूथरा बंधुओं के क्लबों में भी गुप्ता बंधुओं ने भारी निवेश किया था।
अब गोवा पुलिस इन वित्तीय लेन-देन की भी जांच करेगी।
सौरभ और गौरव लूथरा फरार, इंटरपोल ब्लू नोटिस जारी
आग लगने के तुरंत बाद क्लब के मालिक सौरभ और गौरव लूथरा थाईलैंड भाग गए थे। FIR दर्ज होने के बाद 7 दिसंबर को दोनों के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया, लेकिन इमिग्रेशन रिकॉर्ड से पता चला कि वे पहले ही इंडिगो फ्लाइट 6E 1073 से देश छोड़ चुके थे। इसके बाद उनके खिलाफ इंटरपोल ब्लू नोटिस जारी किया गया है।
सूत्रों के मुताबिक दोनों ने गिरफ्तारी से बचने के लिए दिल्ली की रोहिणी कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका भी दाखिल की है।
‘डेथ क्लब’ निकला रोमियो लेन—CRZ जोन में अवैध निर्माण
जांच में खुलासा हुआ है कि बिर्च बाय रोमियो लेन पिछले दो साल से अवैध रूप से चल रहा था और प्रशासन द्वारा कई बार चेतावनी दिए जाने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई। क्लब पूरी तरह प्रतिबंधित CRZ (कोस्टल रेगुलेशन जोन) क्षेत्र में बनाया गया था, जहां व्यावसायिक निर्माण पूरी तरह प्रतिबंधित है।
इसके बावजूद क्लब परिसर में
बिना अनुमति की RCC G+1 बिल्डिंग,
वॉटर प्लेटफॉर्म,
डेक,
दुकानें और अन्य संरचनाएँ
बनाई गई थीं—वो भी बिना लाइसेंस और किसी CRZ क्लियरेंस के।
फायर सेफ्टी के बिना फायर शो—25 लोगों की मौत
FIR में दर्ज है कि क्लब में फायर सेफ्टी उपकरणों का अभाव था, फिर भी वहां खतरनाक फायर शो आयोजित किया गया।
क्लब की ग्राउंड फ्लोर और डेक फ्लोर—दोनों पर—एक भी इमरजेंसी एग्जिट नहीं था, जिसकी वजह से आग लगने पर लोग बाहर नहीं निकल सके।
लापरवाही का यही सिलसिला 25 निर्दोष लोगों की मौत और कई कर्मचारियों व पर्यटकों के गंभीर रूप से झुलसने का कारण बना।
सरकार सख्त—मजिस्ट्रियल जांच समिति गठित
गोवा सरकार ने हादसे के तुरंत बाद एक सदस्यीय मजिस्ट्रियल जांच समिति गठित की है। साथ ही राज्य के सभी नाइट क्लब, रेस्टोरेंट, बार और इवेंट वेन्यू के लिए नई एडवाइजरी भी जारी कर दी गई है।
सौरभ लूथरा की इंस्टाग्राम पर पहली प्रतिक्रिया
घटना के बाद इंस्टाग्राम पर सौरभ लूथरा ने अपनी पहली प्रतिक्रिया दी। पोस्ट में उसने दुख जताते हुए कहा कि कंपनी मृतकों और घायलों के परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करेगी और इस कठिन समय में उनके साथ खड़ी है।














