गाज़ीपुर। शादियाबाद थाना क्षेत्र अंतर्गत दौलतनगर गांव में बुधवार को बिजली विभाग की घोर लापरवाही के कारण 50 वर्षीय रामसूरत पाल की दर्दनाक मौत हो गई। खेत में बकरी चरा रहे रामसूरत जर्जर और नीचे लटक रहे हाईटेंशन तार की चपेट में आ गए और मौके पर ही झुलसकर उनकी जान चली गई। घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने शव को लेकर सादात उपकेंद्र के सामने सड़क पर रख चक्काजाम कर दिया। गुस्साए लोगों ने उपकेंद्र में घुसकर तोड़फोड़ की और ड्यूटी पर तैनात एसएसओ समेत तीन कर्मचारियों की लाठी-डंडों से पिटाई कर दी।
ग्रामीणों का आरोप:
ग्रामीणों का कहना है कि तार की स्थिति की जानकारी पहले ही जेई मनोज पटेल को दी गई थी, लेकिन इसके बावजूद मरम्मत नहीं कराई गई। रामसूरत की मौत को ग्रामीणों ने विभाग की जानबूझकर की गई लापरवाही बताया।
घटना के बाद हंगामा:
हादसे के बाद शव लेकर पहुंचे परिजनों और ग्रामीणों ने उपकेंद्र पर जोरदार प्रदर्शन किया। बंद गेट को पार कर उपकेंद्र में दाखिल हुए प्रदर्शनकारियों ने वहां खड़ी तीन बाइकें तोड़ीं और एसएसओ संदीप कुमार, सहायक एसएसओ राकेश यादव और फिरोज खान को पीटकर घायल कर दिया।
प्रशासन की दखल से मामला शांत:
घटना की सूचना पर शादियाबाद एसओ श्यामजी यादव, सादात एसओ वागीश विक्रम सिंह और बाद में सीओ भुड़कुड़ा सुधाकर पांडेय एवं एसडीएम जखनियां रविश कुमार गुप्ता मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने एफआईआर दर्ज करने और पीड़ित परिवार को मुआवजा दिलाने का भरोसा दिलाया, तब जाकर मामला शांत हुआ।
बिजली गुल, हाहाकार:
उपकेंद्र पर बवाल और कर्मचारियों के घायल होने के कारण सुबह करीब 11:30 बजे से शाम 5 बजे तक पूरे क्षेत्र में बिजली आपूर्ति ठप रही, जिससे उपभोक्ताओं को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
अधिकारियों की प्रतिक्रिया:
ट्रांसमिशन के अधिशाषी अभियंता राहुल शर्मा और सैदपुर के अधिशाषी अभियंता बृजेश कुमार भी मौके पर पहुंचे और स्थिति की जानकारी ली। घायल कर्मचारियों का इलाज कराया जा रहा है और आगे की विभागीय कार्रवाई की बात कही गई है।
पुलिस कार्रवाई:
शादियाबाद एसओ ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।