गाजीपुर — जिले में अपराध और संगठित आपराधिक नेटवर्क के खिलाफ वर्ष 2025 में पुलिस ने बड़े पैमाने पर अभियान चलाया। पुलिस अधीक्षक डॉ. ईरज के नेतृत्व में चलाए गए इस अभियान में 1 जनवरी 2025 से 30 नवंबर 2025 के बीच कुल 30 सक्रिय गिरोहों का पंजीकरण किया गया। इनमें 28 जनपदीय/अंतरजनपदीय गिरोह और 02 अंतर परिक्षेत्रीय गिरोह शामिल हैं।
इन अपराधों में शामिल थे गिरोह
पुलिस ने इन गिरोहों को लूट, हत्या, रंगदारी वसूलने, धोखाधड़ी, गोवंश तस्करी, मादक पदार्थों की तस्करी और अवैध शराब जैसे गंभीर अपराधों में संलिप्त पाया।
मुख्य गिरोह जिन पर दर्ज हुई कार्रवाई
| गिरोह सरगना | थाना | कोड | सदस्य संख्या |
|---|---|---|---|
| अरविंद यादव | बिरनो | IR-45 | 04 |
| विभाष उर्फ रिंकू पांडे | रामपुर मांझा | IR-61 | 06 |
| शहाबुद्दीन उर्फ सब्बू | कासिमाबाद | D-136 | 07 |
| शुभम उर्फ राजू सिंह | जमानिया | D-143 | 02 |
गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई
इन गिरोहों पर गैंगस्टर एक्ट 1986 के तहत मुकदमे दर्ज करते हुए कई अन्य गंभीर धाराओं में भी विधिक कार्रवाई की गई है। पुलिस द्वारा गिरोहों की गतिविधियों पर लगातार निगरानी रखी जा रही है।
अवैध संपत्ति पर शिकंजा
जांच के दौरान अपराध से अर्जित संपत्ति की पहचान की गई, जिसके बाद कुर्की और जब्ती की प्रक्रिया भी शुरू की गई।
खुफिया तंत्र सक्रिय
पुलिस की विशेष टीमों ने मुखबिर तंत्र को मजबूत किया और लगातार छापेमारी, पूछताछ और ट्रैकिंग के जरिए इन गिरोहों की आर्थिक व्यवस्था को तोड़ने की रणनीति अपनाई।
अभियान जारी रहेगा
गाजीपुर पुलिस ने स्पष्ट किया है कि संगठित अपराध और माफिया नेटवर्क के खिलाफ यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। प्रशासन का दावा है कि यह अभियान जिले में कानून व्यवस्था को मजबूत बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।














