
गाजीपुर – बिरनो थाना क्षेत्र के बद्दूपुर गांव में प्रशासन ने अवैध मिट्टी खनन पर बड़ी कार्रवाई की थी। मौके से एक जेसीबी और दो ट्रैक्टर जब्त किए गए थे, जिससे पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया था। लेकिन महज 24 घंटे के भीतर जब्त किए गए सभी वाहन छोड़ दिए गए, जिससे स्थानीय लोगों के बीच यह मामला चर्चा का विषय बन गया है।
ग्रामीणों की सूचना पर हुई थी कार्रवाई
बद्दूपुर गांव में स्थित बालू बाबा स्थान के पास बीते दो दिनों से तेजी से मिट्टी खनन किया जा रहा था। ग्रामीणों को इस पर संदेह हुआ और उन्होंने तुरंत राजस्व विभाग को सूचना दी। सूचना मिलते ही राजस्व विभाग और बिरनो पुलिस की संयुक्त टीम ने मौके पर पहुंचकर खनन को रोका और एक जेसीबी व दो ट्रैक्टर जब्त कर थाने भेज दिए थे।
24 घंटे में ही क्यों छोड़ दिए गए वाहन?
जांच में सामने आया कि यह अवैध खनन गांव के ही काशी यादव और संजय यादव द्वारा किया जा रहा था। हालांकि, दोनों का दावा था कि वे अपनी ही जमीन से मिट्टी निकाल रहे थे। प्रशासन ने बिना अनुमति खनन को गैरकानूनी मानते हुए तत्काल कार्रवाई की थी, लेकिन चौबीस घंटे के अंदर ही जब्त किए गए वाहन छोड़ दिए गए।
ग्रामीणों में उठा सवाल
इस मामले में प्रशासन की कार्रवाई और उसके बाद की ढील को लेकर ग्रामीणों में कई तरह की चर्चाएं हो रही हैं। लोग यह सवाल उठा रहे हैं कि क्या प्रशासन ने किसी दबाव में आकर वाहन छोड़े, या फिर कोई कानूनी प्रक्रिया अपनाई गई? इस मामले में अधिकारियों की ओर से अभी तक कोई स्पष्ट बयान नहीं आया है।
खनन माफियाओं पर होगी सख्ती या महज दिखावा?
इस घटना के बाद क्षेत्र में अवैध खनन करने वालों के हौसले बुलंद हो सकते हैं। प्रशासन की इस कार्रवाई के बावजूद अगर जब्त किए गए वाहन इतनी जल्दी छोड़ दिए जाते हैं, तो इसका क्या असर होगा? क्या अवैध खनन पर सच में रोक लगेगी, या फिर यह सिर्फ एक औपचारिक कार्रवाई थी? इन सवालों के जवाब अभी तक अधूरे हैं।
फिलहाल, ग्रामीण प्रशासन से इस मामले पर स्पष्ट जवाब मांग रहे हैं और देखना होगा कि आगे की जांच में क्या सामने आता है।