गाजीपुर। नीट यूजी काउंसलिंग 2025 के दौरान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी आश्रित उप श्रेणी के तहत प्रवेश पाने के लिए फर्जी प्रमाण पत्र लगाने का मामला सामने आया है। इस प्रकरण में सदर तहसीलदार की तहरीर पर सदर कोतवाली में 9 अभ्यर्थियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर विधिक कार्यवाही शुरू की गई है।जिन अभ्यर्थियों पर मुकदमा दर्ज हुआ है, उनमें पंकज कुमार पुत्र कमलेश कुमार, सुमन संगम पुत्री विद्यानंद यादव, मधुमिता कुमारी पुत्री मिथलेश पांडेय, चंदन कुमार पुत्र लालबाबू सिंह, तान्या पुत्री सदन मोहन, अमित राज पुत्र संजय कुमार, अंकित आनंद पुत्र संजय कुमार सभी निवासी गोराबाजार पोस्ट पीरनगर, तथा आराधना सक्सेना पुत्री दिनेश सक्सेना और मयंक कुमार पुत्र रविशंकर निवासी मालगोदाम रोड, पोस्ट मुख्य डाकघर शामिल हैं।प्रकरण की जांच महानिदेशक चिकित्सा एवं प्रशिक्षण, लखनऊ के आदेश पर कराई गई। प्रारंभिक जांच अपर जिलाधिकारी (वि0रा0)/प्रभारी अधिकारी प्रमाण पत्र कलेक्ट्रेट गाजीपुर द्वारा की गई। इसमें पाया गया कि जिन प्रमाण पत्रों को अभ्यर्थियों ने पेश किया, वे कलेक्ट्रेट कार्यालय से निर्गत ही नहीं थे। प्रमाण पत्रों का मिलान अभिलेखों से करने पर नंबर और विवरण में भारी भिन्नता पाई गई।न्याय सहायक अधिकारी और राजस्व सहायक कलेक्ट्रेट गाजीपुर ने अपनी रिपोर्ट में स्पष्ट किया कि संबंधित प्रमाण पत्र उनके कार्यालय से जारी नहीं हुए हैं। इस तरह अभ्यर्थियों द्वारा फर्जी प्रमाण पत्र का प्रयोग साबित हुआ। प्रशासन ने मामले में कड़ी कानूनी कार्रवाई की बात कही है।