
गाज़ीपुर। 1 मई, अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस के अवसर पर दवा प्रतिनिधियों के संगठन यूपीएमएसआरए की गाजीपुर इकाई ने समारोहपूर्वक आयोजन कर इस दिन को मनाया। कार्यक्रम रामजानकी उद्यान, लंका मैदान में आयोजित हुआ, जिसकी उद्घोषणा इकाई अध्यक्ष चंदन राय ने की तथा संचालन जिला मंत्री मयंक श्रीवास्तव ने किया।सभा को संबोधित करते हुए राज्य कार्यकारिणी सदस्य मोहम्मद अफजल ने मजदूर दिवस की महत्ता पर प्रकाश डाला और दवा प्रतिनिधियों की मौजूदा समस्याओं को विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि बिक्री संवर्धन कर्मचारियों (सेल्स प्रमोशन एम्प्लॉयी) को नियोक्ता अवैध रूप से स्थानांतरित कर रहे हैं, काम से रोक रहे हैं, तथा बिना कारण नौकरी से बर्खास्त कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त कर्मचारियों को धमकाया और अपमानित भी किया जा रहा है।राज्य सचिव आर.एम. राय ने बताया कि कुछ सरकारी अधिकारी अस्पतालों में मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव के कार्य पर रोक लगा रहे हैं, जो उनके जीविका के अधिकार पर हमला है। उन्होंने 10 प्रमुख मांगों को सामने रखते हुए सरकार से तत्काल कार्रवाई की मांग की, जिनमें प्रमुख हैं:1. चारों नई श्रम संहिताओं को निरस्त कर पुराने श्रम कानून लागू रखें।2. दवा प्रतिनिधियों की फिक्स्ड टर्म एम्प्लॉयमेंट पर रोक लगाई जाए।3. उनके लिए वैधानिक कार्य नियमावली बनाई जाए।4. इलेक्ट्रॉनिक निगरानी और प्राइवेसी में घुसपैठ पर रोक लगे।5. बोनस, मेडिकल, सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा की गारंटी दी जाए।6. न्यूनतम वेतन निर्धारण के लिए वेतन बोर्ड गठित किया जाए और ₹26,910 मासिक वेतन घोषित किया जाए।7. अस्पतालों में उनके काम पर लगी रोक हटाई जाए।8. 1 मई को मजदूर दिवस पर सार्वजनिक अवकाश घोषित किया जाए।सभा के बाद प्रतिनिधियों ने एक बाइक रैली निकाली जो लंका, विश्वेश्वरगंज, मिश्रबाजार, महुआबाग, कचहरी होते हुए श्रम प्रवर्तन अधिकारी कार्यालय पहुंची। वहां ज्ञापन सौंपा गया और सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों की निंदा की गई।इस कार्यक्रम में संगठन के कई प्रमुख सदस्य एवं सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल हुए। अध्यक्षता चंदन राय और संचालन मयंक श्रीवास्तव ने किया।

