
Fire in Mahakumbh Mela Area: प्रयागराज के महाकुंभ मेला क्षेत्र में आग लगने की घटना ने सियासी माहौल गरमा दिया है। शास्त्री ब्रिज के पास सेक्टर 19 कैंप में शाम को आग लगने से हड़कंप मच गया। विवेकानंद सेवा समिति वाराणसी के टेंट में खाना बनाते समय आग लगी, जिसने कई टेंटों को अपनी चपेट में ले लिया। हादसे में 20-25 टेंट जलकर राख हो गए। वहीं, सिलेंडरों के फटने से स्थिति और गंभीर हो गई। सूचना मिलने पर दमकल विभाग की गाड़ियां तुरंत मौके पर पहुंचीं और आग पर काबू पाया गया।
सपा ने उठाए योगी सरकार पर सवाल
इस घटना के बाद समाजवादी पार्टी ने योगी सरकार की व्यवस्थाओं पर सवाल उठाए। पार्टी की मीडिया सेल ने सोशल मीडिया पर कहा, “महाकुंभ मेला क्षेत्र में आग लगने से कई टेंट जलने और आग के तेज़ी से बढ़ने की सूचना है। भाजपा सरकार तत्काल राहत कार्य तेज करे और यह सुनिश्चित करे कि कोई हताहत न हो।”
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आग की घटना का वीडियो शेयर करते हुए सरकार से मामले को गंभीरता से लेने की अपील की। उन्होंने कहा, “महाकुंभ मेले में लगी आग का तुरंत संज्ञान लिया जाए और भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ठोस उपाय किए जाएं।”
सपा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भी निशाना साधा और कहा, “मेला प्रबंधन का जो ढिंढोरा सीएम योगी पीट रहे थे, वह अब उजागर हो चुका है। असलियत यह है कि सुरक्षा व्यवस्थाएं भगवान भरोसे हैं और मुख्यमंत्री केवल भ्रष्टाचार में लिप्त हैं।”
बीजेपी का पलटवार
समाजवादी पार्टी के इन आरोपों पर बीजेपी ने कड़ा जवाब दिया। पार्टी प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने कहा, “शर्म आनी चाहिए! समाजवादी पार्टी महाकुंभ में दुर्घटना की मंशा से बैठी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तुरंत संज्ञान लिया और आग पर काबू पाया गया। सौभाग्य से कोई हताहत नहीं हुआ।”
बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने सपा प्रमुख पर निशाना साधते हुए कहा, “अखिलेश यादव कुंभ को बदनाम करना बंद करें। 2013 में उनकी सरकार में हुए कुंभ में भारी अव्यवस्थाएं थीं। आज 2025 के महाकुंभ की व्यवस्थाओं की देश-विदेश में सराहना हो रही है।”
सियासी संग्राम तेज
महाकुंभ की इस घटना को लेकर सपा और बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। जहां सपा ने इसे सरकार की विफलता बताया, वहीं बीजेपी ने इसे महाकुंभ को बदनाम करने की साजिश करार दिया। राजनीतिक बयानबाजी के बीच प्रशासन ने यह स्पष्ट किया है कि राहत कार्य तेजी से किया गया और स्थिति नियंत्रण में है।