हरियाणा के रोहतक में तैनात पुलिस के एएसआई संदीप लाठर की आत्महत्या मामले में बड़ा मोड़ आया है। पुलिस ने आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की आईएएस पत्नी अमनीत पी. कुमार, उनके विधायक साले अमित रतन कोटफत्ता, आईपीएस के गनमैन सुशील कुमार और एक अन्य व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। यह एफआईआर संदीप की पत्नी संतोष लाठर की शिकायत पर दर्ज की गई है।
रोहतक पुलिस का कहना है कि मृतक के परिजनों द्वारा जो शिकायत और साक्ष्य (वीडियो व सुसाइड नोट) दिए गए, उसी के आधार पर कार्रवाई की गई है।
6 मिनट के वीडियो और 4 पेज के सुसाइड नोट में लगाए थे गंभीर आरोप
आत्महत्या से पहले एएसआई संदीप लाठर ने एक चार पन्नों का सुसाइड नोट लिखा था और 6 मिनट का वीडियो रिकॉर्ड किया था।
इस वीडियो में संदीप ने आईपीएस वाई पूरन कुमार, उनकी आईएएस पत्नी अमनीत पी. कुमार, और उनके विधायक साले अमित रतन कोटफत्ता पर भ्रष्टाचार, पक्षपात, राजनीतिक दबाव और उत्पीड़न जैसे गंभीर आरोप लगाए थे।
वीडियो में संदीप ने कहा था —
“आपको एक सच्चाई से अवगत कराना चाहता हूं और सच्चाई की कीमत बहुत बड़ी होती है। उसके लिए पहले मैं अपनी आहुति दे रहा हूं। भगत सिंह ने देश के लिए अपनी कुर्बानी दी थी, मैं सच्चाई के लिए कुर्बानी दे रहा हूं। एक भ्रष्ट पुलिस अफसर ने सदर थाना मर्डर केस में पैसे लिए, और एक बड़े नेता को बचाने के लिए 50 करोड़ की डील हुई।”
उन्होंने यह भी कहा कि जब से आईपीएस वाई पूरन कुमार की पोस्टिंग हुई, उन्होंने अपने जातीय व राजनीतिक प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए थाने में अपनी पसंद के अफसरों की तैनाती करवाई और ईमानदार अधिकारियों को हटाया।
महिला कर्मियों के शोषण के भी आरोप
संदीप लाठर ने वीडियो में दावा किया कि आईपीएस अधिकारी के खिलाफ शिकायतें दर्ज हैं, लेकिन उन्हें दबा दिया गया।
उन्होंने कहा —
“महिला पुलिस कर्मियों को ट्रांसफर की धमकी देकर यौन शोषण किया गया। अगर उनकी CDR (कॉल डिटेल रिकॉर्ड) चेक की जाए तो सब कुछ साबित हो जाएगा।”
गनमैन सुशील कुमार पर भी लगाए आरोप
संदीप लाठर ने वीडियो में आईपीएस वाई पूरन कुमार के गनमैन सुशील कुमार का भी ज़िक्र किया।
उन्होंने आरोप लगाया कि गनमैन आईपीएस के आदेश पर पुलिसकर्मियों और आम लोगों पर दबाव बनाता था और उनके “भ्रष्टाचार और निजी मामलों” में सहयोगी की भूमिका निभा रहा था।
‘पूरा परिवार भ्रष्टाचार में लिप्त’ — सुसाइड नोट में दावा
अपने सुसाइड नोट में एएसआई ने लिखा —
“वाई पूरन का पूरा परिवार भ्रष्ट है। जब उन्हें पता चला कि भ्रष्टाचार की परतें खुल रही हैं, तो उन्होंने अपने परिवार और राजनीतिक रिश्तों को बचाने के लिए आत्महत्या जैसा कदम उठाया। अब उनकी पत्नी को डर है कि उनके काले कारनामों का भंडाफोड़ न हो जाए।”
परिवार ने लगाई न्याय की गुहार
संदीप की पत्नी संतोष लाठर ने कहा कि उनके पति को “सिस्टम के भीतर चल रहे भ्रष्टाचार” को उजागर करने की सज़ा दी गई।
उनके मुताबिक, “संदीप ईमानदार अफसर थे। उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया और ऐसे हालात में धकेला गया कि उन्हें आत्महत्या करनी पड़ी।”
रोहतक पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने बताया कि एफआईआर में चारों नामजद हैं —
1.अमनीत पी. कुमार (IAS)
2.अमित रतन कोटफत्ता (विधायक)
3.सुशील कुमार (गनमैन)
4.एक अन्य सहयोगी व्यक्ति
एफआईआर में आत्महत्या के लिए उकसाने (IPC 306) और मानसिक उत्पीड़न से जुड़े प्रावधानों के तहत केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने कहा कि “वीडियो और सुसाइड नोट को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।”
पृष्ठभूमि : भ्रष्टाचार पर सस्पेंड हुए थे आईपीएस वाई पूरन कुमार
गौरतलब है कि इससे पहले भी आईपीएस वाई पूरन कुमार का नाम भ्रष्टाचार, अनुशासनहीनता और जातीय भेदभाव के आरोपों में सुर्खियों में रहा है।
सरकार ने कुछ समय पहले उन्हें सस्पेंड किया था। वहीं, उनकी पत्नी अमनीत पी. कुमार फिलहाल हरियाणा कैडर की आईएएस अधिकारी हैं।
अब जांच एजेंसियों के रडार पर पूरा नेटवर्क
इस केस के बाद हरियाणा पुलिस और प्रशासनिक हलकों में हलचल मच गई है।
एफआईआर दर्ज होने के बाद अब जांच एजेंसियां आईपीएस-आईएएस जोड़े और विधायक साले की भूमिकाओं की जांच करेंगी।
साथ ही गनमैन सुशील कुमार की भूमिका को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं कि क्या वह अधिकारी के निजी कार्यों में सहयोगी था।