
Kisan Andolan: किसान नेता सुखबीर खलीफा ने किसान आंदोलन को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि जब तक सभी मुद्दे हल नहीं हो जाते, तब तक किसानों की घर वापसी नहीं होगी। दूसरी ओर, अंबाला के डीसी ने किसानों को नोटिस जारी करते हुए 6 दिसंबर को दिल्ली कूच का फैसला टालने का आग्रह किया है।
दलित प्रेरणा स्थल से दिल्ली की ओर बढ़ने की कोशिश कर रहे किसान नेता सुखबीर खलीफा और उनके साथ 123 किसान बुधवार को जेल से छूटकर महापंचायत में पहुंचे। इस मौके पर उन्होंने ऐलान किया कि किसान अब किसी भी दबाव में नहीं आने वाले हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि जब तक मुद्दे का समाधान नहीं होगा, तब तक घर वापसी का सवाल ही नहीं है। फिलहाल, नोएडा के दलित प्रेरणा स्थल पर किसानों का धरना जारी है, और यह धरना तब तक चलता रहेगा, जब तक सभी मुद्दे सुलझ नहीं जाते।
वहीं, हरियाणा के अंबाला में डीसी ने किसानों को नोटिस जारी करते हुए कहा कि कानून व्यवस्था को देखते हुए किसानों को 6 दिसंबर को शंभू बॉर्डर से दिल्ली कूच का फैसला स्थगित करना होगा। उन्होंने बताया कि अंबाला में धारा 144 लागू है, और दिल्ली पुलिस की अनुमति के बिना किसानों को आगे नहीं बढ़ने दिया जाएगा।
अंबाला के डीसी ने साफ तौर पर कहा कि किसानों को दिल्ली जाने के लिए पहले दिल्ली में धरना स्थल की अनुमति दिखानी होगी, इसके बाद दिल्ली पुलिस की अनुमति लेनी होगी। इसके बिना, किसानों को हरियाणा के रास्ते दिल्ली नहीं जाने दिया जाएगा।
इस बीच, नोएडा के महामाया फ्लाईओवर और ग्रेटर नोएडा के जीरो पॉइंट पर महापंचायत का आयोजन किया गया, जिसमें गिरफ्तार किसानों के विरोध में प्रदर्शन किया गया। बुधवार को सभी किसानों को जमानत पर रिहा कर दिया गया था। जेल से छूटकर महापंचायत में पहुंचे किसान नेता सुखबीर खलीफा ने फिर से स्पष्ट किया कि अब किसान किसी भी दबाव में नहीं आने वाले हैं और उनकी घर वापसी सभी मुद्दों के समाधान के बाद ही होगी।